बिलासपुरस्वास्थ्य

एक बार फिर तोरवा क्षेत्र में नलों में आ रहा नालियों का गंदा पानी, पाइप लाइन लीकेज की नहीं की जा रही जांच

डेस्क

बिलासपुर नगर निगम की गलतियों की वजह से तोरवा, गुरुनानक चौक क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका तेजी से गहरा रही है। बरसात के इस मौसम में बरती जा रही लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है । गर्मी में पूरे शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा था और अब बरसात में यही लोग नगर निगम अधिकारियों की गलती की वजह से दूषित पानी पीने को विवश है। तोरवा गुरुनानक चौक से लूथरा टिंबर और साईं भूमि क्षेत्र में इन दिनों नलों से नाली का गंदा बदबूदार और कीड़े युक्त पानी आ रहा है। पिछले दिनों यहां नाली की खुदाई और सफाई के दौरान जेसीबी और अन्य मशीनों की मदद ली गई थी, मुमकिन है उस दौरान किसी पाइपलाइन में दरार आ गई ।

यहां व्यवस्थाएं इस तरह है कि पेयजल की पाइप लाइन नालियों से होकर गुजर रही है। जैसे ही नाली का जलस्तर बढ़ता है, पाइप से होकर नालियों का गंदा पानी घरों में पहुंचने लगता है । और कोई विकल्प न होने से लोग यही पानी पीने को विवश है। पिछले एक पखवाड़े से यहां के नागरिक जल विभाग के अधिकारियों को शिकायत कर कर थक चुके हैं, लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। नागरिकों की शिकायत को दरकिनार कर अधिकारी शायद किसी महामारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। सुबह और शाम यहां नल से गंदा, मटमैला ,बदबूदार और कीड़े युक्त पानी आ रहा है। जिसे पीने से डायरिया, पीलिया और अन्य जानलेवा बीमारी होने की आशंका हर वक्त बनी हुई है। छोटे-छोटे बच्चे और बुजुर्ग भी यही पानी पीने को विवश है ।

बिलासपुर स्मार्ट सिटी बनने का दावा करता है और यहां के लोग नालियों का गंदा पानी पी रहे हैं। वह भी सिर्फ निगम अधिकारियों की अनदेखी की वजह से। जाहिर है निगम प्रशासन को नागरिकों की सुध नहीं है, अगर होती तो वे शिकायतों के बाद कम से कम यह जांच तो करते कि आखिर पाइप लाइन में लीकेज कहां पर है। उसे सुधारने की कोशिश करते लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया जा रहा। नई व्यवस्था के तहत नागरिकों को टोल फ्री नंबर दिए जाते हैं, जिस पर शिकायत करने पर निराकरण का दावा किया जाता है। लेकिन जब शिकायतों पर ध्यान ही नहीं देना है तो फिर ऐसे नंबरों के जारी करने का क्या औचित्य है।

सभी माध्यमों से शिकायत करने के बावजूद अगर अधिकारी और कर्मचारी जमीनी स्तर पर काम नहीं करेंगे तो फिर ऐसे दावों का क्या असर होगा ।लगातार घरों में दूषित पानी आने से गुरुनानक चौक और तोरवा क्षेत्र के नागरिक आंदोलन की राह पर जाने को विवश किए जा रहे हैं । सत्याग्रह news.in से बात करते हुए लूथरा टिंबर और साईं भूमि क्षेत्र के नागरिकों ने कहा कि अगर निगम अधिकारियों की लापरवाही की वजह से कोई बीमार पड़ता है और किसी की जान चली जाती है तो फिर क्या निगम इसकी जिम्मेदारी लेगा ? जाहिर है मामला गंभीर है इसलिए निगम को तत्काल इस पर एक्शन लेने की आवश्यकता है।

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