उदय सिंह
मल्हार – कोरोना 2020 के कोरोना काल के दौरान प्रशासन को मदद किये गए दुकानदारों, रसोईयो को आज तक बिल का भुगतान नही किया गया है। जिससे लिए वे दर दर भटक रहे है। उल्लेखनीय है कि मार्च 2020 मे कोरोना संक्रमण विकराल रूप मे शुरू हुआ जिसके बाद बड़ी संख्या मे बाहर राज्य कमाने खाने गए मजदूर वापस आने लगे। शासन के निर्देशानुसार स्थानीय प्रशासन व्यवस्था बनाने मे जुट गई और मजदूरों को अलग अलग स्थानों मे ठहराया गया
और राशन व् अन्य सामानो के लिए नगर के दुकानदारों से सम्पर्क कर राशन व् अन्य जरूरी सामान देने आग्रह किया जिस पर दुकानदारो ने कहा था कि उन्हें जल्द भुगतान मिलना चाहिए जिस पर तत्कालीन सीएमओ ने उन्हें आश्वत भी किया था कि उनके पैसे जल्द जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन आज तक किसी का पैसा नहीं मिल पाया है ऊपर से अभी वर्तमान सीएमओ दुकानदारो से गलत व्यवहार कर कार्यालय से भगाया जा रहा है।
दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने मानवीय आधार पर कोरोना काल के दौरान प्रशासन की मदद की थी। नगर पंचायत के कर्मचारी स्वय आकर सामान ले जाते थे और कहते थे उन्हें जल्द भुगतान किया जाएगा। लेकिन अब उन्हें दुत्कारा जा रहा है। दूकानदार रोशन पांडे का कहना है कि उन्होंने तत्कालीन सीएमओ पूर्णेन्दु तिवारी व सीताराम मरावी के कहने पर ईंधन के लिए गैस सिलेंडर, पाइप, ताला रेगुलेटर व अन्य सामानो कि पूर्ति 3 महीनो तक की। जिसके लिए उनको कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा और दो लाख रुपए भी फस गए जिसको उन्होंने किसी से उधार लेकर प्रशासन की मदद की थी।
अब उन्हें वर्तमान सीएमओ राधा चरण तिवारी नियमों के तहत आपूर्ति नहीं करने की बात करते हुए भगा रहा है इसी तरह रसोइया के रूप मे 3 महीने तक सेवा देने वाली महिलाओ को भी आज तक उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिल पाया है जिससे वे परेशान है,
पुष्पा बाई साहू का कहना है कि कोरोना काल के दौरान जब लोग घर से निकलने डरते थे तब हम लोगो ने मानवीय आधार पर दिनरात मेहनत कर मजदूरों के लिए खाना बनाया अब हमें दर दर भटकना पड़ रहा है
और अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। वही टेंट व्यव्साई सुनील गुप्ता का कहना है वे बहुत छोटे टेंट व्यव्साई और उन्होंने भी मानवीय दृष्टि कोण से प्रशासन की मदद कि थी पर अब तक पैसा नहीं मिल पाया है।