बिलासपुर

चिल्हाटी के युवक की जेल में मौत के मामले मे मस्तूरी विधायक डॉ. बांधी ने कि न्यायिक जांच कि मांग, कहा इंसाफ नहीं मिला तो करेगे उग्र आन्दोलन

रमेश राजपूत

बिलासपुर- पचपेड़ी थाना क्षेत्र के चिल्हाटी में आबकारी विभाग कि प्रताड़ना और जेल में हुई छोटेलाल की मौत के बाद मस्तुरी विधायक व उपनेता प्रतिपक्ष डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी ने पुरे मामले कि न्यायिक जांच कि मांग की है। और युवक को न्याय न मिलने पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी है।
मिडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि जिला आबकारी अधिकारी द्वारा योजना बनाकर सिंघम की तरह फिल्मी अंदाज में छापा मारने कि कार्यवाही कि गई है गाँव में कि गई ये कार्यवाही फ़िल्मी नौंटकी के आलावा कुछ भी नहीं थी चिल्हाटी में कार्यवाही के दौरान गाँव वालो कि उपस्थिति में आबकारी विभाग ने किसी तरह कि कोई शराब जब्ती नहीं की इसके बावजूद जब्ती दिखाकर भोले भाले ग्रामीण युवक पर प्रक्रिया के विरुद्ध कार्यवाही कर उसे प्रताड़ित किया गया जिससे जेल में उसकी मौत हुई है

आबकारी विभाग प्रदेश सरकार के संरक्षण में अहंकार एवं बर्बरता पूर्वक कार्यवाही कर रहा है युवक कि मौत कि न्यायिक जांच कर दोषियों अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए साथ ही युवक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए उन्होंने आगे कहा कि यदि मृत युवक को न्याय नहीं मिला तो आबकारी विभाग के विरुद्ध उग्र आन्दोलन किया जायेगा
बता दें कि आबकारी अमले ने सोमवार को पचपेड़ी क्षेत्र के चिल्हाटी में छोटेलाल यादव(33) के घर दबिश देकर 20 लीटर महुआ शराब जब्त की थी। मामले में अमले ने आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था न्यायालय के आदेश पर आरोपित को जेल भेज दिया गया। जेल में आरोपित की तबीयत बिगड़ने लगी। उसका जेल में ही उपचार किया जा रहा था। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे सिम्स भेज दिया गया।
शुक्रवार की शाम उसे सिम्स में भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना पर सिविल लाइन पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। इसकी रिपोर्ट से आरोपित के मौत का कारण स्पष्ट होगा। इधर घटना की सूचना पर मृतक के बड़े भाई दिलहरण ने आबकारी अधिकारी आनंद वर्मा और आबकारी अमले पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत पचपेड़ी थाने में की है।

झूठे केस में फंसाने वाले आबकारी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग

घर में नहीं थी शराब, जबरन बनाया केस*
मृतक छोटेलाल यादव के बड़े भाई दिलहरण ने पुलिस को बताया कि 10 मई की सुबह आबकारी अधिकारी आनंद वर्मा व आबकारी विभाग के करीब 15 लोग उनके घर आए। तलाशी के दौरान उनके घर से शराब नहीं मिली। इसके बाद भी आबकारी के अधिकारी छोटेलाल को जबरन अपने वाहन में बैठाकर अपने साथ ले गए।

तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

आरोपित लक्ष्मण गांव में खेती किसानी करता था। इससे वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। उनके तीन बच्चे 12 साल, नौ साल और छह साल के हैं। उनके सिर से पिता का साया उठ गया है। अपने छोटे भाई के जेल जाने के बाद दिलहरण उनकी जमानत के लिए तैयारी कर रहा था। इसी बीच उनके मौत की खबर आ गई।

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