मल्हार

सावन का पहला सोमवार: मल्हार स्थित भगवान पातालेश्वर महादेव में लगी श्रद्धालुओं की भीड़

हरिशंकर पाण्डेय

मल्हार – शिव आराधना के पवित्र सावन माह के प्रथम सोमवार को नगर के प्रसिद्ध पातालेश्वर महादेव मंदिर में रिमझिम फुहार के बीच सैकड़ो श्रद्धालुओ ने पूजा अर्चना कर जलाभिषेक करते हुए मनवांछित फल की कामना की। सोमवार को भोर होते ही धर्मनगरी मल्हार में बोलबम, हर हर महादेव के जयकारे के साथ शिव भक्त मन्दिर पहुचने लगे थे वही कांवड़ियों के जत्थे भी जयकारा लगाते मन्दिर पहुचकर जलाभिषेक किया।

आज महिलाओ और युवतियों ने शिवजी के प्रिय पुष्प कनेर, धतूरा, आंक, दूर्वा, बेलपत्र, शमी पत्र के साथ ही गंगाजल, पंचामृत, दूध, दही, मधुरस, घी आदि पूजन सामग्रियों से भोलेनाथ को प्रसन्न करने आराधना की। सावन माह शुरू होते ही शिव भक्त दोष निवारण के लिए रुद्राभिषेक भी यहां करवाते है। विगत 86 वर्षों से अनवरत यहां भगवान पातालेश्वर की आराधना हो रही है

इसीलिए यहाँ स्थानीय के अलावा दूरस्थ अंचलो से भी लोग बड़ी संख्या में सावन माह में पहुचते है। मान्यता है कि स्वयं भू भगवान पातालेश्वर पाताल लोक से प्रगट हुए है और यहां चढ़ाया जाने वाला जल सीधे पाताल लोक तक जाता है तब भोले नाथ प्रसन्न होकर मनवांछित कामना पूरी करते है।

मल्हार को शिव की नगरी इसलिए भी कहा जाता है कि यहां के सभी दिशाओं में शिवलिंग के रूप में भगवान विराजे है इसके अलावा यहां के सभी 126 तालाबो के पास भी शिवलिंग की स्थापना की गई थी। पवित्र सरोवर में स्नान… मान्यता है कि नगर के सबसे प्राचीन परमेश्वरा तालाब में सावन माह में स्नान कर इस जल को पातालेश्वर महादेव में अभिषेक करने से कई दोषों का निवारण होता है।

त्रेता युग मे भगवान भी इसी सरोवर में डुबकी लगाकर अपने आराध्य शिव जी का जलाभिषेक किये थे।

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