रायपुर

कोरोना संक्रमण के बीच लॉक डाउन बढ़ने की संभावना, प्रशासन दे सकती है रियायत…जानिए कब तक बढ़ाई जा सकती है मियाद

रमेश राजपूत

रायपुर – छतीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना का आतंक चरम पर है बढ़ती संक्रमितों की संख्या के साथ ही मौत के आंकड़े काफी डराने वाले है। जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। जिससे कोरोना की रफ्तार में लगाम लग सके, इसके अलावा कुछ जिलों में आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है जिसमें दुकानों के खुलने/बंद होने का समय निर्धारित किया गया है। वही सूत्रों की माने तो अब जिन जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है, वहां इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। हालाकिं इस दौरान कुछ रियायत भी दी जाएगी, जिससे कि आम लोगों को परेशानी न हो।
सूत्र बताते हैं कि सभी जिलों के कलेक्टर को 26 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इस दौरान कुछ रियायत भी देने की बात कही गई है। इस दौरान बैंक खोले जाएंगे लेकिन लिमिटेड कर्मचारियों के साथ आम लोगों को फिलहाल अनुमति नहीं दी जाएगी। सब्जी, और फल दुकानों को खोलने की अनुमति नही दी जाएगी, लेकिन वे घूम-घूमकर इसे बेच सकते है।प्रदेश के 24 जिलों में सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। 4 जिलों में आंशिक छूट के साथ लॉकडाउन लगाया गया है। आपको बता दें प्रदेश के सभी जिलों में अलग अलग तारीखों में लॉकडाउन खत्म हो रहा है, पर जानकारी मिल रही है कि सभी जगह लॉकडाउन को एक साथ 26 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है।

लॉकडाउन लगाने पर मजबूर हुई सरकार

प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने साफ कर दिया था कि छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन नही लगाया जाएगा पर कोरोना के तांडव को देखते हुए मजबूरन ये निर्णय लिया गया और छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों को छोड़ कर सभी जिलों में तालाबंदी कर दी गई है। कोरोना संक्रमण की अचानक बढ़ी रफ्तार की वजह कही न कही हम भी है। क्योकि छत्तीसगढ़ में जब कोरोना के मरीज कम होने लगे तो हमने सोचा कि अब कोरोना खत्म हो गया और धीरे धीरे चेहरों से मास्क उतर गए, सेनेटाइजर गायब हो गया, सोशल डिस्टनसिंग की तो दज्जियाँ ही उड़ने लगी, शादियों में सेकड़ो लोग शामिल होने लगे और हमने फिर से कोरोना को दावत दे डाली जिसका खामियाजा आज हम सब भुगत रहे है।

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