कोटा

रेलवे ट्रेक पर मिली युवक की हुई थी हत्या…हत्या को छुपाने दुर्घटना का रूप देने रची गई थी साजिश…पत्नी, ससुर और साथियों ने दिया था घटना को अंजाम…वजह का हुआ खुलासा

रमेश राजपूत

बिलासपुर – कोटा थाना क्षेत्र के कलमीटार रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रेक पर 27 मई को एक युवक की लाश मिली थी, युवक की मौत हादसे में हुई या हत्या थी इसकी जांच में पुलिस जुटी थी, जिनके हाथ युवक की पहचान के बाद महत्वपूर्ण जानकारी लगी और विवेचना के दौरान इस हत्या का खुलासा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मृतक की पहचान योगेश्वर सिंगरौल पिता बालमुकुंद सिगरौल उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम भरेवा थाना पथरिया जिला मुंगेली हाल मुकाम डबरीपारा सरकण्डा के रूप में की जिसकी पहचान के लिए पुलिस को सैकड़ो सीसीटीवी फुटेज को खंगालना पड़ा, पुलिस ने उसलापुर के मेनरोड में स्थित एक रेस्टोरेंट के सीसीटीवी फुटेज में पाया कि मृतक युवक यहाँ आता जाता रहता है,

जिसकी फोटो रेस्टोरेंट के कर्मचारियों को दिखाई गई तो उन्होंने उस युवक के रेस्टोरेंट में काम करने वाली दुर्गा सिंगरौल से पहचान होने की बात सामने आई, जब पुलिस ने दुर्गा से पूछताछ की तो उसने मृतक को अपने पति के रूप में पहचान की, जिसके बाद ही पुलिस ने चंद घंटों में इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया। दरअसल पुछताछ करने पर आरोपीया दुर्गा सिगरौल द्वारा बताया गया कि करीब 03 वर्ष से दोनो पति-पत्नि अलग रहना तथा मृतक योगेशवर सिगरौल द्वारा इसके चरित्र में शंका कर इसे बार-बार होटल आकर मारपीट एवं प्रताड़ित करने से तंग आकर अपने पिता रामावतार सिंगरौल को फोन करके महावीर होटल के पास बुलाना और हमेशा के लिये योगेशवर सिगरौल को अपने रास्ते से हटाने के लिये अपने पिता जी को बोलने पर आरोपी रामावतार सिगरौल द्वारा अपने अन्य साथीयों विनोद सिंगरौल एवं लखन साहू द्वारा मृतक योगेशवर सिंगरौल को मौके पर मारपीट कर हाथ बांधकर मोटर सायकल से ग्राम मोछ ले जाना एवं वहाॅ भी बेरहमी से मारपीट करना तथा आरोपी रामाअवतार द्वारा अन्य साथी तिफरा निवासी लाला उर्फ विशम्भर लोनिया को बुलाकर दो मोटर सायकल में चारो आरोपीयों द्वारा योगेशवर सिगरौल को मोटर सायकल में बैठाकर कलमीटार रेल्वे स्टेशन के पास ले जाकर हत्या करने की नियत से चारो लोग मिलकर मारपीट किये

तथा उसी दौरान रामअवतार द्वारा रेल्वे ट्रेक के पास पडे पत्थर से मृतक के सिर के पीछे तरफ मारा गया जिससे मृतक योगेशवर सिंगरौल वहीं गिर गया तथा मौके पर मृत्यु हो गयी तब मृत्यु को दुर्घटना का रूप देने के लिये चारो आरोपीयो द्वारा शव को घसीटकर रेलवे ट्रेक पर रख दिया गया एवं मौके से सभी लोग भाग गये जब ट्रेन उस ट्रेक से गुजर रही थी तभी ट्रेन के ड्राईवर द्वारा शव को देखकर पहले ही ट्रेन रोक दिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। मृतक योगेशवर सिंगरौल अपनी पत्नि के चरित्र में शंका कर उसे आयदिन मारपीट एवं प्रताडित करता था जिससे तंग आकर मृतक की पत्नि दुर्गा सिंगरौल द्वारा अपने पति को हमेशा के लिये रास्ते से हटाने के लिये अपने पिता व अन्य साथीयों के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना पाया गया सभी पांचों आरोपीयों को अलग-अलग जगह से घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया सभी आरोपीयों को हत्या करने के जुर्म में विधिवत गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।

हत्या को सुलझाने में ए.सी.सी.यु. प्रभारी धर्मेंद्र वैष्णव, थाना प्रभारी कोटा निरीक्षक उत्तम साहू,, उप निरी. अजय वारे, हेतराम सिदार, सउनि चंदन सिहं कोर्राम, प्र. आर. बलवीर सिंह आरक्षक तरूण केशरवानी, निखील राॅव, प्रशांत सिंह, बोधुराम कुम्हार, महिला आरक्षक शकुन्तला साहु, आरक्षक चंदन मानिकपुरी, संजय कश्यप, असिम भारद्वाज, रवि राजपूत, भोप सिंह का सराहनीय योगदान रहा।

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