बिलासपुर

एक महाविद्यालय के लिए तरस रहा धार्मिक नगरी मल्हार

कॉलेज की शिक्षा के लिए युवाओं के सामने बाहर जाकर पढ़ाई करने की मजबूरी

ठा.उदय सिंह

मल्हार-धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी मल्हार आज भी सुविधा विहीन है यहां शिक्षण संस्थानों की भी कमी महसूस की जा रही है यही कारण है की मल्हार के 50 से अधिक युवाओं ने बिलासपुर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि मल्हार में भी महाविद्यालय की स्थापना की जाए कांग्रेस के आईटी सेल के विधानसभा के मस्तूरी अध्यक्ष अरविंद सोनी के नेतृत्व में युवाओं के दल ने अपना मांग पत्र सौंपते हुए निवेदन किया की ऐतिहासिक नगरी के साथ मल्हार अब नगर पंचायत भी बन चुका है जिस पर आश्रित 20 गांव के बच्चो के समक्ष हायर सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई करने के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए कोई विकल्प नहीं होता मज़बूरी वश उन्हें महाविद्यालयीन शिक्षा के लिए मस्तूरी या फिर बिलासपुर पर निर्भर होना पड़ता है इसी वजह से अधिकांश बालिकाएं 12वीं के बाद शिक्षा से वंचित हो रही है क्योंकि या तो उनके पास बाहर जाकर पढ़ाई करने की के संसाधन नहीं है या फिर परिवार से इस दिशा में मदद नहीं मिलती ।कुछ ही लोग हैं जो 15 किलोमीटर दूर मस्तूरी या बिलासपुर जाकर कॉलेज की शिक्षा ग्रहण कर पा रहे हैं इस दिशा में नगर पंचायत मल्हार द्वारा कई बरस पहले ही 14 एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है इतना ही नहीं नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने समय-समय पर जनप्रतिनिधियों के समक्ष भी अपनी यह मांग दोहराई है लेकिन उनको आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला

अप सत्ता परिवर्तन के बाद एक बार फिर लोगों की उम्मीद परवान चढ़ने लगी है नई सरकार से उम्मीद पाले युवाओं के इस दल ने कलेक्टर से मिल कर अपनी परेशानी और महाविद्यालय के लिए पूर्व में किए गए प्रयासों की जानकारी उन्हें दी फिलहाल इस दल के मांग पत्र पर गंभीरता से विचार करते हुए शीघ्र ही प्रशासन द्वारा सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिलाया गया है कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन देने वालों में रूपेश रोहिदास सत्येंद्र प्रकाश नारायण यादव आकाश पांडे टिंकू ननका ,विमल नीलकांत उमेश निखिल गौरव सहित बड़ी संख्या में मल्हार के युवा मौजूद रहे

error: Content is protected !!