छत्तीसगढ़बिलासपुर

तेल चोर गिरोह का एक और फरार आरोपी पकड़ाया, रेलवे के गद्दारों पर रेल अधिकारी मेहरबान

तेल चोर गिरोह को सूचना देने वाले इन दो रेल कर्मियों पर रेलवे की मेहरबानी समझ से परे है

बिलासपुर आलोक अग्रवाल

उसलापुर क्षेत्र से बीटीपीएन यानी तेल गाड़ी से तेल चोरी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को पकड़ने में आरपीएफ को कामयाबी मिली है। इस मामले में पहले भी कुछ गिरफ्तारी आरपीएफ ने की थी। 11 और 12 मार्च की दरमियानी रात उसलापुर से तेल गाड़ी से करीब 40 जरीकेन डीजल की चोरी कर भाग रहे तेल चोरो में से एतियल पिटर उर्फ रिंकू आरपीएफ के हाथ लगा था । इसके बाद इसी गिरोह ने 23 मार्च को भी इसी तरह रेलवे रैक से डीजल की चोरी की थी । इसके बाद से मोहम्मद वसीम फरार था। आरपीएफ को सूचना मिली कि फरार मोहम्मद वसीम इंद्रपुरी के आसपास संदिग्ध अवस्था में घूम रहा है। जिसके बाद टीम बनाकर मोहम्मद वसीम को देवी नगर महिमा कॉन्पलेक्स के पास धर दबोचा गया। मसीह टेंट हाउस के पास, तार बाहर क्षेत्र में रहने वाला मोहम्मद वसीम भी मुल्तान गैंग का ही सदस्य है। पुलिस द्वारा उसे तलाशे जाने की वजह से वह जमानत कराने की के मकसद से रकम जुटाने अपने एक मित्र से मिलने आया था । आरपीएफ की गिरफ्त में आने के बाद मोहम्मद वसीम ने भी बताया कि रेलवे के कंट्रोल विभाग में काम करने वाला कंस्ट्रक्शन कॉलोनी निवासी विकलांग स्वराज नाग चौधरी 10,000 रुपये प्रति रैक के एवज में उनके गैंग को तेल गाड़ी आने की सूचना फोन पर देता था। वहीं रेलवे का एक और कर्मचारी दानू विलियम 5000 रुपये लेकर उन्हें सिग्नल और आरपीएफ के आने की सूचना देता था। यह सभी डीजल चोरी कर, चोरी के डीजल को व्यापार विहार में आने वाले ट्रक ड्राइवर को कम कीमतों में बेचते थे। बिलासपुर में तेल चोरों का एक पूरा नेटवर्क बन चुका है, जिनकी बार-बार गिरफ्तारी से भी यह धंधा रुक नहीं रहा है। कानून की कमजोर कड़ी के चलते यह लोग बार-बार छूट जाते हैं ,लेकिन अब तक आरपीएफ ने सिर्फ तेल चोर गिरोह पर ही ध्यान केंद्रित किया है। रेलवे द्वारा अभी तक इनका साथ देने वाले विभाग के गद्दार दो रेल कर्मियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है । तेल चोर गिरोह को सूचना देने वाले इन दो रेल कर्मियों पर रेलवे की मेहरबानी समझ से परे है।

error: Content is protected !!
Breaking