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मंगलवार गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण होने के कारण शाम 4:30 से सूतक आरंभ हुआ और इस कारण से धार्मिक नगरी रतनपुर में मां महामाया मंदिर समेत सभी मंदिरों के कपाट मोक्ष काल तक बंद कर दिए गए। 149 साल बाद दुर्लभ योग में पड़े वर्ष के अंतिम चंद्र ग्रहण के लिए दिनभर दर्शन और पूजा अर्चना के पश्चात शाम को मां महामाया मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।
मंगलवार देर रात 1:31 पर ग्रहण का आरंभ होगा जिसका मध्यकाल 17 जुलाई की सुबह 3:01मिनट है 17 जुलाई की सुबह 4:30 पर ग्रहण का मोक्ष होगा चंद्र ग्रहण कुल 2 घंटे 59 मिनट का है 2018 के बाद 2019 में भी लगातार दूसरे साल गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण पड़ा है। यह चंद्रग्रहण उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में है ।ग्रह योग के चलते इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक आपदा की आशंका ज्योतिषियों ने जताई है।
मंगलवार शाम करीब 4:00 बजे से मंदिरों के कपाट बंद होने शुरू हो गए महामाया मंदिर गिरजा बंद मंदिर भैरव बाबा मंदिर राम टेकरी मंदिर लखनी देवी मंदिर सिद्धिविनायक मंदिर के कपाट अब बुधवार सुबह 5 बजे खुलेंगे इसके पश्चात सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी का विशेष श्रृंगार कर पूजा-अर्चना की जाएगी। पट खुलने के बाद हमेशा की तरह श्रद्धालु दर्शन करने महामाया मंदिर पहुंचेंगे ।