
फिलहाल इस योजना से पार्षद और महापौर दूरी बनाते नजर आ रहे हैं, इससे उन अफवाहों को बल मिल रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि निगम आयुक्त महापौर के साथ मिलकर नहीं बल्कि विधायक के साथ मिलकर काम कर रहे हैं
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
बिलासपुर मैं बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर अचानक से विधायक और नए निगम आयुक्त सक्रिय हो गए हैं। इससे भले ही महापौर के माथे पर शिकन की लकीरें देखी जा रही हो लेकिन बिलासपुर की बेहतरी की उम्मीद जगने लगी है। बिलासपुर में साफ सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए फुके जा रहे हैं लेकिन वार्डों की स्थिति क्या है यह किसी से छुपी नहीं है । मुख्य सड़कों की सफाई हो भी जाती है लेकिन वार्ड के भीतर की सड़कों की सफाई नियमित रूप से नहीं हो रही। नालियों की सफाई तो महीने में एकाध बार ही होती है, यही वजह है कि इन दिनों पूरे बिलासपुर में मच्छरों का आतंक मचा हुआ है। अधिकांश वार्डों में नालियां बजबजा रही है,इसके अलावा और भी कई समस्याएं हैं जिन्हें देखकर यह यकीन नहीं किया जा सकता कि बिलासपुर स्मार्ट सिटी बन सकता है । विधायक के साथ हुई बैठक के बाद निगमायुक्त प्रभाकर पांडे ने बिलासपुर को नए सिरे से सवारने की मुहिम शुरू कर दी है, इसके लिए इस सोमवार से हमर बिलासपुर सुग्घर बिलासपुर अभियान की शुरुआत की गई है, जिसमें सफाई विभाग के प्रभारी डॉ ओंकार शर्मा के अलावा निगम के अधिकारियों की टीम बनाई गई है जो हर दिन 3 वार्डों में पहुंचकर आम लोगों से रायशुमारी लेंगे।
सोमवार को अभियान की शुरुआत वार्ड क्रमांक एक से की गई शहर की व्यवस्थाओं को लेकर आम नागरिक की क्या सोच है यह जानने खुद निगमायुक्त प्रभाकर पांडे अपने अफसरों के साथ वार्ड में पहुंच गए। आयुक्त ने यहां चल रही सफाई कार्यों का खुद अवलोकन किया। नागरिकों से बातचीत के दौरान आयुक्त को सबसे अधिक शिकायतें सफाई व्यवस्था को लेकर मिली। लोगों ने यह कहा कि सफाई तो फिर भी हो जाती है लेकिन सफाई कर्मी वार्डों में बड़ी देर से पहुंचते हैं जिस वजह से यह काम सूरज के चढ़ने तक चलता रहता है। जिस पर ध्यान देने की जरूरत बताई गई। शिकायतों के बाद निगमायुक्त ने ठेका कंपनी के कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर मंगायी और काम में ना आने वाले कर्मचारियों के 1 दिन का वेतन काटने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी देर से आए उनका वेतन काट लिया जाए इसके बाद भी अगर कर्मचारी मनमानी जारी रखता है तो उसके विरुद्ध सख्त कारवाही की जाए । सफाई का काम देख रही लायंस कंपनी को और भी चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था रखने के निर्देश आयुक्त ने दिए। उन्होंने कंपनी को निर्देशित करते हुए कहा कि कंपनी के सफाई कर्मी नगर के सभी वार्डों में सुबह जल्दी पहुंचे । पहले दिन निगमायुक्त ने 4 वार्डों में पहुंचकर यहां जारी दैनिक कार्य का जायजा लिया। निगम का फोकस उन शिकायतों पर है जिसकी जिम्मेदारी नियमित तौर पर उन पर होती है ,जैसे साफ सफाई पेयजल व्यवस्था आदि। पहले दिन मिली शिकायतों का लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है ,इसी के आधार पर आगामी कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की जाएगी ।अगर योजना के प्रति अधिकारी इसी तरह ईमानदारी से दिलचस्पी दिखाते रहे तो फिर बिलासपुर के सुग्घर होने में शायद ही किसी को संदेह होगा। फिलहाल इस योजना से पार्षद और महापौर दूरी बनाते नजर आ रहे हैं, इससे उन अफवाहों को बल मिल रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि निगम आयुक्त महापौर के साथ मिलकर नहीं बल्कि विधायक के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।