
गर्मी के इस मौसम में हर अस्पताल और ब्लड बैंक में मौजूद रक्त की कमी को दूर किया जा सके। खासकर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को समय पर रक्त उपलब्ध कराई जा सके ताकि वे जी सके
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
गर्मी का मौसम आते ही हर तरफ रक्त की कमी उभर कर सामने आती है। इसके पीछे दर असल वह मिथक कार्य करता है जिसके अनुसार गर्मी में रक्तदान करने से रक्तदाता की तबीयत बिगड़ने की किवदंती मशहूर है। इसी वजह से हर वर्ष गर्मी के मौसम में ब्लड बैंक में ब्लड यूनिट की कमी नजर आने लगती है, लेकिन जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी पर करीब 200 थैलेसीमिया मेजर बच्चों के लिए हर महीने रक्त की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी है, इसलिए संस्था द्वारा लगातार रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है । हाल ही में बीते अंतरराष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस के सिलसिले में रविवार को जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी, धिति फाउंडेशन, टीम ख्वाब ,दीनबंधु हेल्थ फाउंडेशन के साथ कई और
सामाजिक संस्थानों द्वारा सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक सीएमडी चौक स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हॉल में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में रक्तदान के प्रति जागरूकता पैदा करने पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा और नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडे भी शामिल होंगे। रक्तदान को प्रोत्साहित करने और सड़क पर सुरक्षित सफर करने के मकसद के साथ यहां प्रत्येक रक्तदाता को हेलमेट देकर सम्मानित किया जाएगा। स्वयं यातायात विभाग के अधिकारी अपने हाथों से रक्त दाताओं को हेलमेट प्रदान करेंगे। इस शिविर में निशुल्क थैलेसीमिया की जांच भी होगी, ताकि विवाह से पूर्व या फिर संतान उत्पन्न करने से पहले लोग थैलेसीमिया को लेकर आश्वस्त हो सके।
दो थैलेसीमिया माइनर माता पिता के संतानों में थैलीसीमिया मेजर होने की संभावना होती है ।इस लिहाज से यह जांच महत्वपूर्ण है। जज्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के संजय मतलानी ने सभी मिथकों को तोड़कर, रक्त दाताओं से आगे आने की अपील की है, ताकि गर्मी के इस मौसम में हर अस्पताल और ब्लड बैंक में मौजूद रक्त की कमी को दूर किया जा सके। खासकर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को समय पर रक्त उपलब्ध कराई जा सके ताकि वे जी सके।