
रमेश राजपूत
रायगढ़- जिले के कापू थाना क्षेत्र के धवाईडांड गांव के जंगल में हुए तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है, मामले में पुलिस ने मृतकों के ही रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अंधविश्वास और महुआ बीनने की प्रतिस्पर्धा की वजह से क्षणिक आवेश में आकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। मिली जानकारी के अनुसार मरने वाले दुहनी बाई (65 साल), उसके बेटे अमृत लाल (24 साल) और उसकी नतनी अमृता बाई (14 साल) जंगल के झोपड़ी में थे, जहाँ आरोपी विकेश अगरिया से विवाद हो गया, जहां मृतिका दुहनी बाई ने बच्चा नही होने की बात कह दी, जिससे विकेश आक्रोशित हो गया,
जिसे अंधविश्वास था कि मृतिका जादू टोना करती है जिसकी वजह से ही उसके बच्चे नही हो रहे है, साथ ही उनकी जमीन से मृतिका लोग महुआ बिन रहे है। यही वजह रही कि आवेश में आकर उसने तीनों की हत्या कर दी, जिसमें विकेश अगरिया पिता फुलसाय उम्र 21 वर्ष, फुलसाय अगरिया पिता जगनुसाय अगरिया उम्र 50 वर्ष, टूनीबाई पति फुलसाय अगरिया उम्र 46 वर्ष ,कौशल्या अगरिया पति विकेश अगरिया उम्र 19 वर्ष सभी निवासी ग्राम चाल्हा थाना कापू को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और कार्रवाई कर रही है।