
उदय सिंह
मल्हार- नगर पंचायत मल्हार में सफाई ठेकेदार की अलग ही मनमानी चल रही है, जो शासन के नियमों का खुले आम उल्लंघन कर लाभ कमाने में जुटा हुआ है। ठेकेदार की ऐसी पकड़ की अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नही वही सारे नियमों को ताक में रख कर अपनी जेबें भरा जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत के 15 वार्डो में सफाई का ठेका दिया गया है, जो कांतिलता पांडेय के नाम पर है, वही इसके लिए 65 हजार राशि भी तय है, जहाँ नालियों की सफाई होनी है। ठेकेदार ने इसके लिए नाबालिग बच्चों को लगा दिया है, जो देर रात नालियों की सफाई करते है। 14 से 15 वर्ष के इन बच्चों से 2 बजे रात तक काम लिया जाता है, जो मजबूरी में काम करने जुटे रहते हैं।
ठेकेदार ने एक तीर से दो निशाने साधे है एक तो कम मजदूरी में लेबर जुटा कर और दूसरा रात में आधा अधूरा कार्य कर सेवा में कटौती जिससे नगर पंचायत को नुकसान। मामले में नगर पंचायत सीएमओ से जब इसकी जानकारी ली गई तो उन्होंने हालांकि जांच कर कार्रवाई करने का हवाला दिया है, लेकिन किसी काम में नाबालिगों का शोषण यह तो शासन के निर्देशों का खुले आम उल्लंघन है,
जिसके लिए दोषियों को जेल तक कि हवा खानी पड़ सकती है। बहरहाल नगर पंचायत में चल रहे इस अंधेर नगरी चौपट राजा के उसूलों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता,
क्योंकि शासन स्तर से गाइडलाइंस तय है जिनका पालन कराना सभी शासकीय जिम्मेदारों का दायित्व है।