
रमेश राजपूत
कोटा – थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लमेर में सोमवार की शाम एक युवक गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना शाम लगभग 6 से 7 बजे के बीच हुई जब लमेर निवासी गिरजाशंकर यादव उर्फ दीपक यादव पिता मनीराम यादव अपने मित्र दीपक रजक के साथ गाँव में घूम रहा था। दोनों युवक गाँव में स्थित दीनू भोई की दुकान के पास पहुँचे, जहाँ उनकी मुलाकात उनके मित्र छबि यादव से हुई। बातचीत के दौरान छबि यादव ने अपने दोस्तों को एक पिस्तौल दिखाई। गिरजाशंकर यादव और दीपक रजक को यह पिस्तौल देखने में नकली लगी। इसी दौरान अचानक पिस्तौल का ट्रिगर छबि यादव के हाथ से दब गया और गोली चल गई, जो सीधे गिरजाशंकर यादव के बाएँ पैर में जा लगी। घायल को तत्काल स्थानीय लोगों की सहायता से उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जाँच प्रारंभ की और छबि यादव की निशानदेही पर पिस्तौल को बरामद कर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ एवं साक्ष्यों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ है कि यह पूरी घटना एक दुर्घटनावश हुई फायरिंग का मामला है। किसी भी प्रकार का आपसी विवाद, पुरानी रंजिश या जानबूझकर की गई कोई हरकत इसमें शामिल नहीं पाई गई है। पुलिस ने जानकारी दी कि मामले की जांच जारी है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि छबि यादव के पास पिस्तौल कहाँ से और कैसे पहुँची। मामले में वैधानिक कार्यवाही की जा रही है, जिसमें शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत आवश्यक धाराओं के तहत कार्रवाई हो सकती है। स्थानीय ग्रामीणों में इस घटना के बाद से हलचल बनी हुई है, लेकिन पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई किए जाने से स्थिति नियंत्रण में है। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ग्रामीण इलाकों में अवैध हथियार किस तरह से युवाओं तक पहुँच रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस दिशा में भी जांच की जा रही है और जो भी व्यक्ति या गिरोह इसके पीछे होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।