
रमेश राजपूत
बिलासपुर– रेल हादसे को लेकर तोरवा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। थाना तोरवा में रेलवे के स्टेशन अधीक्षक (वाणिज्य) निखिलेश विठालकर द्वारा प्रेषित पत्र के आधार पर यह कार्रवाई की गई। पत्र में उल्लेख था कि दिनांक 4 नवम्बर 2025 को शाम करीब 4 बजे गाड़ी संख्या 68733 (GAD-BSP) मेमू पैसेंजर ट्रेन गतौरा के पास कोयले से लदी मालगाड़ी (N-MDIT) से टकरा गई थी। दुर्घटना खंभा क्रमांक 714/11-13, थाना तोरवा क्षेत्र में हुई, जिसमें प्रारंभिक रूप से 8 लोगों की मौत बताई गई थी, लेकिन जांच में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 और घायलों की संख्या 18 पाई गई। प्रकरण में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 106(1), 125(a) भारतीय न्याय संहिता (BNS) तथा रेल अधिनियम की धारा 153, 154, 175 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
घायल मासूम की हुई पहचान….

इधर इस हादसे का सबसे हृदयविदारक पहलू वह मासूम बच्चा है, जो अकेला बच गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल मिले बच्चे की पहचान अब हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार घायल बच्चे का नाम ऋषि यादव है, जिसके माता-पिता अर्जुन यादव और शीला यादव, तथा नानी मानमती यादव की इस दुर्घटना में मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने घटना के बाद बच्चे को ट्रेन से निकालकर पहले रेलवे अस्पताल और फिर अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था। शुरू में उसकी पहचान नहीं हो पाई थी, परिजनों के पहुंचने पर पुष्टि हुई कि वह मृतक अर्जुन यादव का पुत्र है। यह हादसा न केवल रेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि इसने एक मासूम से उसका पूरा परिवार छीन लिया है। फिलहाल मासूम ऋषि अस्पताल में उपचाररत है और सभी लोग उसके शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ कर रहे है।