
रमेश राजपूत
बिलासपुर – रेल मंडल बिलासपुर अंतर्गत दो दिनों पहले बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था जिसमें मालगाड़ी से मेमू पैसेंजर ट्रेन जा टकराई थी, हादसे में 12 लोगों की मौत और 20 से अधिक यात्री घायल हो गए थे, अभी इस हादसे के सदमे से लोग उबरे भी नही थे कि एक बार फिर ऑटो सिग्नलिंग सिस्टम की वजह से एक ही ट्रेक पर 3 रेल गाड़ियों का मामला सामने आया है, जिसमें 2 मालगाड़ीयो के बीच एक पैसेंजर ट्रेन थी, घटना कोटमीसोनार और जयरामनगर के बीच की है, जहाँ गुरुवार सुबह पैसेंजर मेमू ट्रेन के रुकते ही यात्रियों ने बाहर झांक कर देखा तो नजारा कुछ ऐसा था कि सभी सहम गए
पैसेंजर ट्रेन के सामने भी एक मालगाड़ी थी और पीछे भी, तीनों ट्रेनें एक ही ट्रेक पर फिर यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया और कुछ यात्री ट्रेन से उतरकर दूर खड़े हो गए, जिसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना दी गई और मालगाड़ियों को दूसरे ट्रेक में रवाना किया गया। इस घटना से एक बार फिर हड़कंप मच गया है हालांकि घटना की आधिकारिक पुष्टि नही हुई है, लेकिन वायरल वीडियो और फोटो पूरी स्थिति बयां कर रही है।
रेलवे ने कहा ऑटो सिग्नलिंग प्रणाली सामान्य..
घटना को लेकर खबर सामने आते ही रेलवे ने यह कहा कि ऑटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली सामान्य परिचालन है। इस प्रणाली में प्रत्येक किलोमीटर की दूरी पर सिग्नल लगाए जाते हैं, जिसमें हर सिग्नल के बाद दूसरी ट्रेन चल सकती है । मालगाड़ी और यात्री गाड़ियों के लिए अलग – अलग ट्रैक नहीं होती है, दोनों एक ही ट्रैक पर चलती है और एक दूसरे के पीछे चलाई जाती है । रेलवे की ऑटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली एक सुरक्षित कार्यप्रणाली है, और इस रेलखंड में 2023 से लागू है ।