सत्याग्रह डेस्क
सब टीवी पर पिछले कई सालों से एक सीरियल का प्रसारण हो रहा है और वह सीरियल है तारक मेहता का उल्टा चश्मा। इस सीरियल ने कितना मनोरंजन किया, यह बहस का विषय हो सकता है, लेकिन इसी सीरियल ने पूरे देश में एक फ्लैट संस्कृति जरूर दी है। जिसमें एक फ्लैट या अपार्टमेंट में रहने वालों की अपनी ही एक अलग दुनिया बन जाती है। ऐसा कह सकते हैं कि यह लोग कूप मंडूक की तरह होते हैं, जिनकी दुनिया भी वहीं फ्लैट से शुरू होती है और उसी में खत्म हो जाती है। जैसे कि आपने सीरियल में देखा होगा कि चाहे कोई कार्यक्रम हो, कोई पर्व, त्योहार या कुछ भी हो यह लोग सिर्फ फ्लैट में रहने वालों के बीच ही उसे मनाते हैं। ना तो इनकी दुनिया यानि सोसाइटी में किसी बाहर वाले का प्रवेश होता है और ना ही ये ऐसा बर्दाश्त कर पाते हैं।यही कुंठित फ्लैट संस्कृति, तोरवा गुरुनानक चौक के पास मौजूद साईं भूमि अपार्टमेंट में भी पुरजोर तरीके से नजर आती है।
वृंदा बिल्डर्स हाउसिंग सोसायटी में सैकड़ों परिवार रहते हैं लेकिन यहां भी सामंती सोच हावी है। नियमानुसार फ्लैट के साथ ईडब्ल्यूएस के लिए जमीन छोड़ा गया। जिसमें अटल आवास का भी निर्माण किया गया। नक्शे के अनुसार ईडब्ल्यूएस मकानो का रास्ता भी साईं भूमि के मुख्य रास्ते से ही होकर निकलना था, लेकिन कॉलोनाइजर ने उस रास्ते को बंद कर दिया था। इसके बाद हंगामा हुआ तो निगम के अमले ने आकर दीवान तोड़कर वापस रास्ता शुरू किया लेकिन दीप वृंदा बिल्डर्स और उसके मैनेजर सत्यजीत राय चौधरी का दुस्साहस देखिए कि उन्होंने वापस दीवार खड़ा कर उस रास्ते को वापस बंद कर दिया ,यानी कि इन्हें सरकार और शासन का कोई डर नहीं है। नियमों को ये अपनी जेब में रखते हैं । ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में रहने वाले गरीब मजदूर लोग इन धन कुबेरों से लड़ाई लड़ने की हैसियत नहीं रखते है इसीलिए बिल्डर्स और उनके गुर्गे अपनी मनमानी करते हैं और यह सब कुछ यहां रहने वाले सामंती सोच वाले निवासियों के अहं को संतुष्ट करने के लिए किया जाता है।
इन दिनों बिलासपुर में मिशन अमृत योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। ईडब्ल्यूएस कॉलोनी तक पानी पहुंचाने के मकसद के साथ पाइप लाइन बिछाने का काम मुख्य मार्ग से शुरू हुआ और सिटी हायर सेकेंडरी स्कूल की गली से होते हुए जैसे ही पाइपलाइन साईं भूमि परिसर के भीतर पहुंची, एक बार फिर सोसायटी के अध्यक्ष शैलेंद्र दिक्षित, सचिव शंकर राव के साथ बिल्डर के मैनेजर सत्यजीत राय चौधरी ने अड़ंगा लगा दिया। कई सौ मीटर पाइप लाइन बिछाने के बाद अड़ंगा लग जाने से काम अधर में लटक गया है । मिशन अमृत का काम देख रहे ठेकेदार नरेंद्र बाइसकर ने सत्याग्रह news.in से बातचीत में बताया कि उनके मजदूर काम करने पहुंचे थे लेकिन सोसायटी में रहने वाले लोगों, बिल्डर के मैनेजर और चौकीदार ने उन्हें काम करने से रोका और भगा दिया। मुश्किल यह है कि ईडब्ल्यूएस कॉलोनी और साईं भूमि प्रवेश द्वार के बीच, कॉलोनी के रास्ते से ही पाइपलाइन गुजरनी है । ऐसा ना होने पर अब मिशन योजना के तहत पानी सप्लाई का काम शुरू होगा तो फिर ईडब्ल्यूएस कॉलोनी तक पानी नहीं पहुंच पाएगी। हैरानी इस बात की है कि सरकारी काम में कुछ लोग अपने अहंकार की वजह से अड़ंगा लगा रहे हैं और योजनाकार खामोश बैठे हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन को चाहिए कि तुरंत सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने वाले ऐसे तत्वों पर सख्त कार्यवाही करें और अगर जरूरत पड़े तो हैं उन्हें जेल की हवा भी खिलाएं, क्योंकि बार-बार नियम कायदों की नाफरमानी करने के बावजूद उन पर किसी तरह का सरकारी नकेल ना कसने से ही यह लोग बेखौफ हो चुके हैं।
यहां के लोग ईडब्ल्यूएस में रहने वालों के साथ हमेशा से दोयम दर्जे का व्यवहार करते हैं ।पर अब तो हद ही हो चुकी है कि यह लोग उनका पानी रोक रहे हैं । ऐसे में जिला प्रशासन को जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर ठेकेदार की मदद करनी होगी तभी यहां पाइप लाइन बिछाने का काम आगे बढ़ पाएगा।