
रमेश राजपूत
कोंडागाँव – जिले के फरसगांव थाना क्षेत्र से एक ऐसी सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गुमशुदा महिला भागवती सेठिया और उसके महज 3 वर्ष के मासूम बेटे वात्सल्य उर्फ बिट्टू की नृशंस हत्या का खुलासा करते हुए फरसगांव पुलिस ने मुख्य तीन आरोपियों समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इस जघन्य अपराध में पति, उसके परिजन और प्रेमिका तक की संलिप्तता सामने आई है, जिसने रिश्तों को शर्मसार कर दिया है। मामले की शुरुआत 6 दिसंबर 2025 को हुई, जब सिरपुर निवासी आमदेव महावीर ने अपनी बहन भागवती सेठिया और उसके 3 साल के बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना फरसगांव में दर्ज कराई। महिला के साथ नन्हा बच्चा होने के कारण पुलिस ने मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव पंकज चंद्रा के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन और एसडीओपी फरसगांव अभिनव उपाध्याय के सतत पर्यवेक्षण में विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान मोबाइल सीडीआर और टावर लोकेशन के विश्लेषण से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। मृतका का पति रोहित सेठिया, जिससे उसकी शादी वर्ष 2020 में हुई थी, शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित कर रहा था। रोहित का बसंती प्रधान नामक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह भागवती को घर में रखना नहीं चाहता था। पारिवारिक कलह इस कदर बढ़ चुकी थी कि मामला परिवार न्यायालय तक पहुंच गया था और भागवती को 5 हजार रुपये प्रतिमाह भरण-पोषण देने का आदेश भी हुआ था, जिससे आरोपी और अधिक बौखलाए हुए थे। इसी रंजिश और प्रेम प्रसंग के चलते रोहित सेठिया ने अपने रिश्तेदार नरेश पाण्डे और मित्र मिथलेश मरकाम के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 22 नवंबर 2025 को एक कार लेकर रोहित ने धोखे से अपनी पत्नी को विशाखापट्टनम घुमाने का बहाना बनाया और मायके सिरपुर से उसे साथ ले गया। रास्ते में उड़ीसा के जयपुर क्षेत्र के पास सुनसान जगह पर तीनों आरोपियों ने मिलकर भागवती का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को इंद्रावती नदी में पत्थर बांधकर फेंक दिया गया।हैवानियत यहीं नहीं रुकी। पत्नी की हत्या के बाद आरोपी मासूम बेटे को भी साथ ले गए।

उड़ीसा के सिंगसाड़ी क्षेत्र के जंगल में स्थित एक तालाब के पास बच्चे का भी गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई और शव को तालाब में फेंक दिया गया। इस अमानवीय कृत्य ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। पुलिस की निशानदेही पर महिला का शव उड़ीसा के नवरंगपुर जिले में इंद्रावती नदी से बरामद किया गया, जहां उड़ीसा पुलिस द्वारा मर्ग कायम किया गया था। बच्चे के शव की तलाश के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और शीघ्र बरामदगी की उम्मीद जताई जा रही है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रोहित सेठिया, उसके साथी नरेश पाण्डे और मिथलेश मरकाम के अलावा रोहित की प्रेमिका बसंती प्रधान, उसके पिता रमेशचंद सेठिया, मां उर्मिला सेठिया और रिश्तेदार प्रभूलाल पाण्डे को भी गिरफ्तार किया है। आरोप है कि परिजनों को अपराध की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने आरोपियों को बचाने और छिपाने में सहयोग किया। थाना फरसगांव में अपराध क्रमांक 166/2025 धारा 61(2), 103(1), 140(1), 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है। इस पूरे खुलासे में साइबर सेल, थाना प्रभारी विकास राय, उप निरीक्षक राजीव गोटा एवं पुलिस स्टाफ की अहम भूमिका रही। यह मामला न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि समाज के सामने एक गंभीर सवाल भी खड़ा करता है।