विपुल शर्मा
आज पशुपालन विभाग को बिलासपुर जिले में एक एंबुलेंस छत्तीसगढ़ शासन ने 2 वर्ष पूर्व एंबुलेंस जारी की थी आज भी वह एंबुलेंस कुरकुट पालन में सड़ रही है बड़े अधिकारी एवं उस पर चलने वाले डॉ उस एंबुलेंस पर चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है भगवान ही मालिक है कि वह एंबुलेंस क्यों नहीं चल रही है पर उस एम्बुलेंस में चलने वालों को सैलरी टाइम से मिल रही है
इसका जवाब आज तक यह विभाग नहीं दे पाता ये लोग बहाना करते हैं कि हमारे पास डाईवर नही है ।।
लोग अपने गौवँशों को और अन्य जीव जंतुओं को बड़ी परेशानियों से हॉस्पिटल लेकर के आते हैं ।। ये विभाग जाकर इलाज कर पाने असमर्थ है जो इस विभाग के बस की बात नहीं है कुछ एनजीओ के कुछ प्रयास आरंभ हुए हैं लेकिन जब तक उन्हें पूरी संसाधन मुहैया नहीं करवाई जाएगी जब तक वह भी क्या करेंगे अभी हाल में ही टाइम से डॉक्टर नही मिलने के कारण गौवँशों की मौत हो रही है यह सब लचर व्यवस्था देख कर वे सब भी अपना काम बंद कर देंगे
शासन को चाहिए यह एंबुलेंस चालू करें और जो लोग सेवा के कार्य से जुड़े हैं उनका साथ दें उनका सम्मान करें उनको सहयोग करें तब यह कार्य बहुत अच्छे से किया जा सकता है ।