भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर- अंचल में बढ़ते अपराधो के बीच गुरुवार को पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी द्वारा फिजिकल एवं वर्चुअल समीक्षा बैठक ली गई। जिसमे बिलासपुर रेंज अंतर्गत जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल हुए। पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी द्वारा जिलों की अपराध एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए विभिन्न बिन्दुओं पर कार्यवाही संबंधी निर्देश दिए है। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा जिलों में लंबित सभी गंभीर प्रकरणों विशेषकर- हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, अपहरण एवं महिला व बच्चों संबंधी अपराध, गुम इंसान जांच (महिला, बालक/बालिका), एससी/एसटी एक्ट के प्रकरणों के निराकरण की ओर विशेष ध्यान दिये जाने तथा लंबित ऐसे सभी प्रकरणों की समीक्षा की जाकर समयबद्ध निराकरण करने निर्देशित किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा जिले के थाना/चौकी में लंबित महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों में सतत विवेचना कराते हुए 60 दिवस के भीतर निराकरण कराने एवं अपराधों का 60 दिवस की समयावधि के भीतर निराकरण नहीं होने पर संबंधित विवेचक की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही भी किये जाने निर्देशित किया गया। इसी प्रकार मर्ग प्रकरणों की समीक्षा करते हुए लंबित मर्ग प्रकरणों का त्वरित निराकरण के संबंध में निर्देशित किया गया। साथ ही पुलिस महानिरीक्षक द्वारा पुलिस की क्षेत्र में प्रभावी उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा आम जनजीवन को प्रभावित करने वाले तत्वों एवं संदिग्ध आचरण व अवांछित व्यक्तियों पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही किये जाने निर्देशित किया गया। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जावे तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न करने वाले अवॉंछित तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा निर्देशित किया गया कि ऑनलाईन सट्टा पर अंकुश लगाने के लिए सूचना तंत्र को सक्रिय किया जावे तथा अधिक से अधिक कार्यवाही की जावे साथ ही अवैध मादक पदार्थ एवं अवैध शराब आदि की बिक्री एवं परिवहन को प्रतिबंधित किये जाने हेतु मुखबीर तंत्र को और अधिक सक्रिय करते हुए पुलिसिया कार्यवाही में गति लाए जाए। इधर पुलिस महानिरीक्षक द्वारा आगामी दिनों में नवरात्रि पर्व एवं ईद-ए-मिलाद में सांप्रदायिक सौहार्द्र एवं शांति व्यवस्था, कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु शांति समिति की बैठक लिये जाने व पर्व के दिन आवश्यक बल लगाया जाकर इस संबंध में वरिष्ठ कार्यालयों से जारी दिशा-निर्देशों अनुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने निर्देशित किया गया।