
रमेश राजपूत

रतनपुर – आज के दौर में जहाँ अपने अपनो से मुंह मोड़ ले रहे है उस दौर में भी एक पत्रकार ही सभी को धर्म, सम्प्रदाय और उच नीच के भेदभाव से ऊपर उठकर अपना मान उनकी मदद के लिए सदैव तत्पर रहता है, जिसका जीता जागता उदाहरण फिर सामने आया है, रतनपुर क्षेत्र के पत्रकार जुगनू तंबोली अपने इसी मानवीय संवेदनाओं के लिए हमेशा पहचाने जाते है और इस बार भी उनके ही प्रयासों से एक बुजुर्ग को रेस्क्यू किया गया है।

दरअसल रतनपुर बाईपास सड़क के किनारे लाईनिंग के गड्ढे में एक बुजुर्ग बुरी हालत में होने की जानकारी पत्रकार जुगनू तंबोली को मिली, जिन्होंने तड़के सुबह मौके पर पहुँचकर देखा तो पाया कि अर्धनग्न हालत में बदहवास एक बुजुर्ग गड्ढे में ठंड से अकड़ते हुए जिंदगी से जंग लड़ रहा है, जिसे दूसरे लोग देखकर आगे बढ़ जा रहे है, लेकिन कोई मदद के लिए सामने नही आ रहा, फिर उन्होंने इस बुजुर्ग को रेस्क्यू करने का बीड़ा उठा लिया और तत्काल डायल 112 और 108 से संपर्क कर उसे बचाने की जद्दोजहद में जुट गए।

बेहद ही गंभीर हालत में होने के वजह कुछ बोल पाने में असमर्थ था, लिहाज़ा उसकी पहचान किये बिना ही उसे बचाने प्रयास शुरू किए गए और उस मुहिम में डायल 112 और 108 सहित अन्य का सहयोग भी सफल हुआ, कुछ समय मे ही बुजुर्ग को गड्ढे से रेस्क्यू कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर लाया गया,

जहाँ प्राथमिक उपचार कर उनकी गंभीर स्थिति को मद्देनजर रखते हुए उन्हें सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया गया। निश्चित ही इस पूरे घटनाक्रम में एक पत्रकार की ही मानवता, उसकी संवेदनाएं उसे ऐसा करने की शक्ति प्रदान करती है, जिसके कारण ही वह निश्वार्थ निरंतर अपने कार्यो से समाज सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका को निभा पाता है।