
डेस्क
शहर की पहली स्मार्ट सड़क मिट्टी तेल लाइन में बन रही है । लंबे अरसे से यहां मौजूद कुछ मंदिर और जैतखंभ को हटाने पर सहमति नहीं बन रही थी। आखिरकार सड़क के बीचो-बीच बने मां शारदा काली मंदिर और जैतखंभ को हटाने पर सहमति बनी और निगम का अमला सोमवार को यहां कार्यवाही के लिए पहुंचा, लेकिन स्थानीय लोगों ने इस कार्यवाही का जमकर विरोध करते हुए नगर निगम के अधिकारियों पर ही हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी रही। स्थानीय सतनामी समाज के जैतखंभ को हटाने की बात पर यहां विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गयी। नगर निगम के इंजीनियर सुरेश बरुआ पर लोगों ने हमला कर दिया। वही लोग इंजीनियर पी के पंचायती को भी यहां बुलाने लगे लेकिन पिछले दिनों इसी मामले में उन पर संभवतः हमला हुआ था इसलिए उन्होंने व्हां नहीं जाना ही सही समझा ।
मिट्टी तेल गली में अतिक्रमण हटाने के दौरान स्थानीय युवकों के साथ कुछ कांग्रेसियों ने भी हंगामा मचाया और निगम के कर्मचारियों के साथ हाथापाई की। हैरानी इस बात की रही कि इस दौरान पुलिस मूकदर्शक और आराम फरमाती रही । यहां कार्यवाही के दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला । मंदिर को हटाने के दौरान एक महिला जोर-जोर से चिल्लाते हुए झूपने लगी। जैसे ही कार्यवाही रूकती, वह ठीक हो जाती और कार्रवाई शुरू करते ही वह दोबारा ऐसा करने लगती। इधर सतनामी समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि कार्यवाही से पहले उन्हें सूचना नहीं दी गई। लिहाज़ा वे जैतखंभ को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं कर पाए , लेकिन निगम अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने इस संबंध में करीब साल भर पहले ही समाज के लोगों को सूचित कर दिया था। कुल मिलाकर विकास के कार्य में बाधा बन रहे लोगों ने यहां जमकर सोमवार को तो हंगामा किया ही, मंगलवार को भी बड़ी संख्या में नगर निगम कार्यालय पहुंच गए और सोमवार की कार्यवाही के खिलाफ हंगामा करने लगे। इस कारण से नगर निगम कार्यालय जंग का मैदान बना नजर आया । बड़ी मुश्किल से हंगामा करने वालों को समझाइश देकर वापस लौटाया गया। लेकिन इतना तय है कि विकास के कार्य को धार्मिक रंग देकर विकास की गति को रोकने की कोशिश की जा रही है । अगर शहर में इसी तरह के प्रयास होते रहे तो फिर नगर निगम के लिए विकास करना संभव नहीं होगा। शहर को व्यवस्थित करने के लिए थोड़ी कुर्बानी सबको देनी होगी। अगर नागरिक यह बात नहीं समझ सकते तो फिर उन्हें निगम और शासन से बेहतरी की उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए।