
जुगनू तंबोली
रतनपुर – सामाजिक एवं सांस्कृतिक चेतना मंच के तत्वाधान में वसंत – उत्सव का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा सोमनाथ यादव अध्यक्षता संजय जायसवाल ने किया वही विशिष्ठ अतिथि के रूप में डा राजेंद्र वर्मा, काशीराम साहू, ब्रजेश श्रीवास्तव,होरीलाल गुप्ता, नीतू सिंह, डा नीलम सिंह एवं उस्मान कुरैशी रहे।

प्रथम चरण में कवियों ने हास्य, श्रृंगार, बसंत, पर अपनी रचना से खूब वाहवाही बटोरी कवियों में डी के दुबे, प्रमोद कश्यप, डा राजेंद्र वर्मा, रामाश्रय कश्यप, सोनप्रभा तिवारी,काशीराम साहू ने बेहतरीन रचनाएँ प्रस्तुत किये,

द्वितीय चरण में “रतनपुर माघी पूर्णिमा मेला की दशा एवं दिशा “विषय पर परिचर्चा में वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये डा सोमनाथ यादव ने मेला के शासकीयकरण का विरोध किया, कहा कि पारम्परिक मेला को ही बढ़ाया जाये, मुख्य वक्ता ब्रजेश श्रीवास्तव ने मेला के इतिहास एवं उसके बदलते स्वरूप पर प्रकाश डालते हुये कहा कि अब वक्त आ गया है जब मेला विकास मेला की जगह रतनपुर के प्राचीन गौरव को स्थान दिया जाये। होरीलाल गुप्ता ने मेला के पुराने दौर को याद करते हुये कहा कि मेला के स्वरूप में बदलाव आवश्यक है, संजय जायसवाल ने बसंत पर शानदार कविता प्रस्तुत कर मेला के संदर्भ में कहा कि मेला का विस्तार होना चाहिये पर पारम्परिक मेला को ज्यादा स्थान मिलना भी जरूरी है, बालकृष्ण मिश्रा ने मेला को नगर इतिहास, पुरातात्विक महत्व, संस्कृति, साहित्य से जोड़ने की बात कही। इस आयोजन में नगर के शंकर पटेल, डा राजू श्रीवास, दीनदयाल तिवारी, संजय चंदेल, माणिक कश्यप, रमाकांत मालवीय, राजा यादव, श्रवण विश्वकर्मा, विजयेंद्र दुबे, सियाराम यादव, विकास मिश्रा सहित अन्यजन उपस्थित रहे, स्वागत भाषण डी के दुबे, आभार प्रमोद कश्यप एवं संचालन बालकृष्ण मिश्रा ने किया।