
उदय सिंह
मस्तूरी- विकासखंड के पचपेड़ी सेक्टर के तहत आने वाले ओखर स्व सहायता समूह के द्वारा विगत 10 वर्षों से रेडी टू ईट यानी कुपोषण से बच्चों, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं को बचाने शासन द्वारा निर्धारित पूरक पोषण आहार के निर्माण और वितरण का कार्य किया जा रहा है, जहाँ विगत वर्षों से पूरक पोषण आहार की गुणवत्ता और वितरण को लेकर गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही थी। जिसकी शिकायत ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने लिखित में नवम्बर वर्ष 2019 में की थी,
लेकिन अब तक उसकी जांच नही की गई है। मामले में उचित कार्रवाई के अभाव में शासन की महत्वपूर्ण योजना का लाभ हितग्राहियों को नही मिल पा रहा है। पूरक पोषण आहार की गुणवत्ता में अनियमितता बरती जा रही है जो अब भी जारी है। कर्मा महिला स्व सहायता समूह ओखर के जिम्मे सौपे गए इस कार्य में लापरवाही या गड़बड़ी की शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नही होने से अब संबंधित विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है।
जो कोरोना संक्रमण काल का हवाला देकर जांच को टाल रहे है, जबकि इस दौरान ही जरूरतमंद कुपोषित बच्चों, गर्भवती और शिशुवती माताओं को पूरक पोषण आहार की सख्त आवश्यकता है, बावजूद इसके परियोजना अधिकारी से लेकर जिम्मेदार आंखे मूंदे बैठे है। जो फील्ड पर निकलकर वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के बजाएं बाद में जांच करने का दम भर रहे है।
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से मिलकर की है और योजना के नाम पर चल रही गड़बड़ी पर कार्रवाई की मांग की है,
इसके बाद भी अब तक कोई अधिकारी मामले में जांच के लिए नही पहुँचा है।