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रतनपुर में एटीएम लूट के मामले में पुलिस को एक और फरार आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली है। आपको याद होगा कि रविवार की रात रतनपुर मुख्य मार्ग पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में चार लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। उस रात करीब 1:30 बजे चार नकाबपोश एटीएम में पहुंचे थे और एटीएम की मशीन को तोड़कर नोट लेकर भागने की फिराक में थे। इसी दौरान करीब रात 2:15 बजे पड़ोसी की नींद खुल गई, जिसने रतनपुर पुलिस को इसकी सूचना दे दी ।जांच के लिए पहुंचे नीलकमल राजपूत और देवेंद्र सिंह पर हमला करते हुए 3 लुटेरे नीलकमल की आंख में मिर्च पाउडर डालकर फरार होने में कामयाब हो गए।
इन्हीं लुटेरों में से एक महामाया मंदिर मार्ग की ओर भाग रहा था। जिससे दौड़कर 112 के चालक देवेंद्र सिंह राजपूत ने पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि बाकी लुटेरे बिलासपुर की ओर भागे हैं। पकड़ा गया आरोपी फतेहपुर आगरा का रहने वाला शिव सिंह था, जिस ने बताया कि उसने अपने साथी विक्रम सिंह के साथ मिलकर एटीएम मशीन तोड़ने वाले एक्सपर्ट भूपेंद्र सिंह और कमल को मिलाकर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था। पूछताछ में यह भी पता चला कि शिव सिंह जिस दौरान रतनपुर में विद्युत विभाग में काम करता था उसी दिनों उसका एक कॉलेज की युवती से प्रेम संबंध हो गया था। इसी दौरान विक्रम सिंह भंडारी भी रतनपुर के कॉलेज में काम करने आया था, जिसका प्रेम संबंध जोगी अमराई की युवती से हुआ और दोनों ने यहां सामूहिक विवाह में विवाह किया था।
इसलिए रतनपुर में दोनों के ससुराल थे। यही वजह है कि वे अक्सर यहां आया करते थे। बताया जा रहा है कि नकाबपोश लुटेरों में से एक के पकड़े जाने के बाद बाकी तीन बिना नंबर प्लेट की बाइक में सवार होकर जोगी अमराई पहुंच गए थे, जिन्हें रात में विक्रम सिंह का साला छोड़ने के लिए बेलगहना रेलवे स्टेशन ले गया ।जहां से दो आरोपी युवक अपने रिश्तेदार के यहां भाग गए लेकिन वे अपने घर आगरा नहीं पहुंचे। वहीं विक्रम सिंह अपने ससुर की झोपड़ी में रुक गया। जांच के दौरान रतनपुर पुलिस को पता चला कि एक आरोपी खुटाघाट के जंगलों में छुपा हुआ है। पुलिस ने टीम बनाकर उसे पकड़ने के लिए टीम को रवाना किया गया। जंगल के बीच बनी झोपड़ी में छुपे आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस को करीब 3 किलोमीटर कच्चे रास्ते से गुजरना पड़ा। पुलिस को वहां विक्रम सिंह मोबाइल पर बात करता मिला। पुलिस को देखकर उसने मोबाइल छुपाने का प्रयास किया, लेकिन मोबाइल सहित पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मामले में दो आरोपी अभी भी फरार है। ये दोनों एटीएम तोड़ने के एक्सपर्ट लाखन सिंह और कमल सिंह है। पकडे गए लुटेरे का नाम विक्रम सिंह उर्फ विक्रम जाट है, जो चाम्पा में गार्ड का काम करता था और उसका बाकि लुटेरों से 3 महीने पहले ही परिचय हुआ था। पुलिस को फरार दोनों लुटेरों की तलाश है।