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बिलासपुर के दयालबंद गुरुद्वारा में आयोजित पांच दिवसीय निशुल्क आयुर्वेद न्यूरो थेरेपी चिकित्सा शिविर का समापन रविवार को हो गया। श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 550 वे प्रकाश पर्व के मद्देनजर आयोजित इस शिविर में कुल 7105 मरीजों ने अपना इलाज कराया। अंतिम दिन भी यहां 1105 मरीज अपना इलाज कराने पहुंचे । खास बात यह रही कि इस विशेष चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ मनोज शर्मा और उनके साथ विशेषज्ञों की टीम ने यहां पूरी तरह निशुल्क सेवा दी। इसीलिए अंतिम दिवस सभी चिकित्सकों और उनके सहयोगियों का गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सम्मान किया गया।

देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे व्याधियों वाले मरीजों का यहां इलाज किया गया। कुछ तो एक-दो दिन में ही सेहतमंद हो गए ।वहीं कुछ मरीजों को लगातार फिजियोथैरेपी लेने की सलाह दी गई है और कुछ मरीजों को कोटा आने के लिए भी कहा गया है। बिलासपुर में आयोजित इस शिविर को आशातीत सफलता मिली है और यहां पहुंचने वाले अधिकांश मरीज और परिजन शिविर से बेहद खुश है, इसीलिए आयोजन समिति और गुरुद्वारा दयालबंद प्रधान अमरजीत सिंह दुआ भी इससे बेहद उत्साहित है और एक वर्ष भर के भीतर ही दोबारा इस शिविर को आयोजित करने को लेकर वे योजना तैयार कर रहे हैं

कोटा से पहुंचे चिकित्सकों के दल ने जहाँ शिविर को सफल बनाया, वहीं शिविर को सफल बनाने में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अलावा पंजाबी युवा समिति स्त्री सत्संग सुखमणि सर्कल आदर्श पंजाबी महिला संस्था पंजाबी सेवा समिति खालसा सेवा समिति गुरमत ज्ञान सोसाइटी बिलासपुर लेडीस 144 बिलासपुर 283 ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के सदस्य भी 5 दिन सक्रिय रहे। अंतिम दिन यहां मरीजों को316 वाकिंग स्टिक और108 वॉकर भी प्रदान किए गए। एलोपैथी के इस दौर में आयुर्वेद पद्धति से किए गए इलाज के चमत्कारी परिणाम से सभी अचंभित हैं।
