
डेस्क
उच्च शिक्षा विभाग ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्विद्यालय के कार्य परिषद सदस्यों के लिए नामित जनप्रतिनिधियों की सूची विश्विद्यालय प्रबंधन को भेज दी है। कुल पांच सदस्यों को कार्य परिषद में स्थान दिया गया है। तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ठाकुर,लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह,पाली तानाखर विधायक मोहन राम,रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक और जशपुर विधायक को कार्य परिषद में जगह दी गई है। इस परिषद की सूची में खास बात यह रही कि एक बार फिर बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय की अनदेखी की गई है। शिक्षाविद और उच्च शिक्षा के जानकार शैलेश पांडेय की अनदेखी एक बार फिर काँग्रेस में गुटबाजी को सामने ला रही है। कार्यपरिषद में सदस्यों के चयन का अधिकार उच्च शिक्षा विभाग का है। ऐसे में बिलासपुर विधायक का चयन ना होना निश्चित ही विधायक की उपेक्षा माना जाएगा। कार्यपरिषद का कार्य शिक्षा के नए योजनाओ पर विचार विमर्श के बाद शिक्षा को नए स्वरूप में लाना है। लिहाज़ा नए सदस्यों की नियुक्ति भले ही अनुभवी और युवाओ को प्राथमिकता के तौर पर की गई हो। लेकिन यह भी सच है। कि बिलासपुर विधायक को अगर कार्यपरिषद में स्थान मिलता तो अटल विश्विद्यालय को इसका बेहतर लाभ मिल पाता।