
रमेश राजपूत
बिलासपुर- किसी सिद्ध स्थान की यात्रा करने से अधिक पुण्य रक्तदान करने से मिलता है। इससे पवित्र कोई दूसरा काम नहीं है। यह मानव सेवा का उत्कृष्ट उदहारण है। जिसको लेकर हमेशा से प्रतिबद्ध जज्बा वेलफेयर सोसायटी ने एकबार फिर मानवता का परिचय दिया है। जहाँ एसडीपी (सिंगल डाेनर प्लेटलेट्स) के लिए उम्मीद खो चुके मरीज़ को तत्काल एसडीपी डोनर उपलब्ध करा कर मरीजो को संजीवनी देने काम जज्बा के टीम ने किया है। दरअसल यूनिटी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज़ कृष्ण कुमार आर्य के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स एस. डी. पी. की ज़रूरत थी। परिजन सारा दिन डोनर ढूंढते रहे पर उन्हें इस प्रक्रिया के लिए डोनर नहीं मिल सका।अंत मे शाम को परिजनों को किसी ने जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी का नाम और नंबर दिया। फिर क्या जैसे ही जज्बा के संयोजक को इसकी जानकारी वैसे ही जज़्बा के संयोजक संजय मतलानी द्वारा तत्काल अपनी टीम के सदस्यों को सूचित किया गया। और उन्हीं में से एक सदस्य नीलमणि सिंह ठाकुर ( बिट्टू ) द्वारा आगे आकर एसडीपी (सिंगल डाेनर प्लेटलेट्स) डोनेट करने की इच्छा ज़ाहिर की। फिर तुरंत ही उन्होंने मरीज को एसडीपी (सिंगल डाेनर प्लेटलेट्स) डोनेट कर नई जिंदगी प्रदान की है। आपको बता दें जज्बा की टीम द्वारा किया गया यह पहला प्रयास नहीं है जज्बा ने हर उस जरूरतमंद मरीजों की मदद की है जो उनके समक्ष अपनी समस्या लेकर पहुंचे हैं शायद यही वजह है कि अब आम जनता भी जज्बा के मानवता के प्रति दिए जा रहे योगदान से भली-भांति वाकिफ है।
जज्बा के जागरूकता अभियान से प्रभावित हो रहे युवा,,150 से अधिक गंभीर मरीजो के लिए डोनेट करवा चुके है संजीवनी रूपी एसडीपी बूटी…
सालों से रक्तदान को लेकर जागरूकता अभियान की मुहिम छेड़ने वाले जज्बा की टीम से हर वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं जज्बा के अथक प्रयासों ने युवाओं के जेहन में लिए रक्तदान करने उमंग भर दिया है। यही ने जज्बा के टीम ने एसडीपी (सिंगल डाेनर प्लेटलेट्स) के लिए जिले में डोनर की उपलब्ध भी सुनिश्चित की है। इसको लेकर जज्बा के संयोजक संजय मतलानी ने जानकारी देते हुए बताया की अभी तक जज़्बा द्वारा कुल 150 से भी अधिक एसडीपी डोनेशन करवाये गए हैं।जिसके माध्यम से डेंगू , कैंसर सहित अनेको अन्य मरीज़ो की ज़िंदगी सुरक्षित की जा सकी है। यह प्रक्रिया आम रक्तदान से थोड़ा अलग होती है , जिसमे डोनर का चयन भी काफी सोच समझ कर किया जाता है।वर्तमान में गिनती के ही एसडीपी डोनर्स पूरे बिलासपुर में मौजूद हैं। जिसमे से अनेको डोनर अकेले जज़्बा के सदस्य हैं। पॉजिटिव या नेगेटिव ग्रुप के SDP डोनर्स हों जज़्बा हमेशा आगे आकर लोगो की सहायता करती आई है। एसडीपी डोनर्स में कई ऐसे भी हैं जिन्होंने अनगिनत बार एसडीपी डोनेट कर लिया है ऋषि मौर्य , नीलमणि सिंह , फ़ैज़ काज़ी , महेंद्र कुमार चतुर्थी , दीपक बेलानी , शुभम मौर्य , विनय वर्मा , मो. नियाज़ , आकाश डंगवानी , मेहुल बाबा समेत और भी अनेको युवा जज़्बा से जुड़कर मानवता के लिए कार्य कर रहे हैं। इतने सारे लोगो के लिए कार्य करते हुए लगातार पिछले कई वर्षों से जज़्बा जो है वो थैलासीमिया और सिकलसेल से पीड़ित बच्चों के लिए भी कार्य कर रही है।
जिंदगी बचाने की इस मुहिम में आप भी शामिल हो सकते है जज्बा के संग,,निशुल्क सदस्यता लेकर कर सकते है सेवा…
जज़्बा के संयोजक संजय मतलानी ने शहर के लोगों से अपील की है कि जज्बा द्वारा निरन्तर चलाई जाने वाली जिंदगी बचाने की इस मुहिम को लेकर आम जनता के सहभागिता से गंभीर मरीजो की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया जज्बा की सदस्यता लेने के लिए किसी तरहा का कोई शुल्क नही लिया जाता है।