
रमेश राजपूत
महासमुंद– एसपी प्रफुल्ल ठाकुर को सूचना मिली, कि नकली नोट छापकर उसे खपाने की फिराक में कुछ लोग नदी मोड़ बेलसोण्डा फाटक के सौदा करने वाले हैं। इस पर पुलिस ने जाल बिछाया, सायबर सेल और थाना सिटी कोतवाली की टीम यहां पहुंची जहांं नेशनल हाईवे में चेकिंग अभियान चलाकर गाड़ियों की तलाशी ली जा रही थी। तभी दो युवक बाइक पर आ रहे थे। इनमें से एक ने पूछताछ में अपना नाम कलाराम उर्फ रामदास नायक बताया। 29 साल का यह युवक बलौदाबाजार का रहने वाला था। इसका साथी मुन्नालाल भी बाइक पर बैठा था। इनके पास से एक सफेद झोला मिला। इसमें रुपए भरे हुए थे। टीम का शक यकीन में बदल गया।
कड़ाई से पूछताछ करने पर मुन्नालाल ने बताया, कि इससे पहले वो हत्या के मामले में जेल जा चुका है। उसने यह भी कह दिया कि कलाराम के पास रंगीन फोटोकापी प्रिंटर है। जिससे नकली नोट बनाने का काम होता है। आरोपी ने बताया कि नकली नोट बनाकर देने का काम करते हैं। इसके बाद पुलिस को आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में पता चला। पुलिस की चार टीम बना दी गईं। बलौदाबाजार जिले के सरसीवा थाना के बिलासपुर , ओड़काकन में छापे मारे गए। जैतपुर गांव में पुलिस को कलर फोटोकापी मशीन, कटर, इंक, पेपर मिले। आरोपी ने बताया कि बैंक और आम लोगों से लिया कर्ज परेशानी बन गया था। शुरूआत में इन्हें चुकाने के लिए उसने 10 और 20 रुपए के नकली नोट बनाने शुरू कर दिए।
जब भीड़ में इन्हें खपाने में कामयाब रहा तो 500, 100 और 50 रुपए के नोट छापे। मुन्नालाल भारती, दुर्गा कुर्रे, रेशम कोसले, भूपेन्द्र जांगडे़ नाम के अपने साथियों को भी इसने नकली नोट खपाने के लिए दिए। वो भी चल गए तो इन बदमाशों का हौसला बढ़ गया। आरोपियों ने बताया कि रायपुर के एक व्यक्ति ने लगभग 15 लाख रुपये के नकली नोट की मांग की थी। इसी की डिलीवरी नदी मोड़ पुल के पास करने जा रहे थे, पुलिस अब उन लोगों का भी पता लगा रही है।