
डेस्क
चपोरा हाई स्कूल के तीन नाबालिग बच्चे बाइक में सवार होकर अपने दोस्त का जन्मदिन मनाने के लिए बैछाली गांव जा रहे थे । जहां उनकी बाइक अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई । जिसके चलते तीनों बच्चों को गंभीर चोटे आई । यह देखकर ग्रामीणों ने 112 को फोन कर इसकी जानकारी दी जिसके बाद घायलों को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में भर्ती कराया । जहां पर प्रथम उपचार उपरांत उनकी गंभीर अवस्था को देखते हुए डॉक्टरों ने बिलासपुर सिम्स के लिए रिफर कर दिया । वहीं इस मामले में रतनपुर पुलिस ने भी अस्पताल पहुंच कर जांच शुरू कर दिया है ।
तीन नाबालिग दोस्त चपोरा हाई स्कूल पढ़ाई करने के लिए गए हुए थे । स्कूल की छुट्टी होने के बाद तीनों अपने — अपने घर चले गए। इसके बाद समीर श्रीवास पिता छविराम श्रीवास उम्र 17 वर्ष रानी बैछाली निवासी अपने फूफा को छोड़ने के लिए बारीडीह नवापारा गया हुआ था । जहां रास्ते में निकेत लाश्कर पिता फूलचंद लाशकर उम्र 16 वर्ष चपोरा निवासी, कमलेश यादव पिता संतोष कुमार यादव उम्र 17 वर्ष मझवानी निवासी मिल गया । जिस ने कहा कि उसके दोस्त का जन्मदिन है और बाइक भी समीर तुम्हारे पास है । चलो मेरे दोस्त की जन्मदिन मनाने के लिए बैछाली चलते हैं । जिसके बाद तीनों नाबालिग दोस्त बाइक में सवार होकर जाने लगे । तीनो रतनपुर बेलगहना मार्ग के कंचनपुर मोड़ के पास शाम 5 बजे पहुंचे ही थे कि बाइक तेज रफ्तार में होने के चलते अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई । जिसके चलते तीनों स्कूली बच्चों को गंभीर चोटे आई । यह देखकर आसपास के ग्रामीणों ने इसकी सूचना रतनपुर 112 को दिया । घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों बच्चों को लाकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में भर्ती कराया । जहां पर डॉक्टरों ने प्रथम उपचार उपरांत उनकी गंभीर अवस्था को देखते हुए बिलासपुर सिम्स के लिए रिफर कर दिया है । जहां पर उनकी उपचार जारी है । इस मामले में डॉ. विजय चंदेल का कहना है कि तीनों ही बच्चों के दाएं पैर का घुटना के नीचे टूट गया है । वही एक बच्चे का हाथ भी टूट गया है । जिसके चलते उन्हें आगे की उपचार के लिए बिलासपुर रिफर किया गया है ।
लापरवाही के चलते घट रही घटनाएं
रतनपुर बेलगहना मार्ग पर पालको, शिक्षकों के साथ स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते आए दिन एक्सीडेंट हो रहा है । कहीं ना कहीं ये तीनों इसके जिम्मेदार हैं । बच्चों में कानून का खौफ नहीं है । जिसके चलते वे बेखौफ होकर तेज रफ्तार में बाइक चला रहे हैं । वही पालक अपनी नौसिखए बच्चे को बाइक दे रहे हैं । इस एक्सीडेंट का कही ना कही वे भी जिम्मेदार हैं । वही स्कूल के शिक्षको के द्वारा भी बच्चों के प्रति काफी लापरवाही बरती जा रही हैं । उनके द्वारा भी नाबालिग बच्चों को बाइक चलाने के लिए मना नहीं किया जा रहा है । जिसके चलते ऐसी घटनाएं घट रही है । यदि वे चाहे तो इन घटनाओं को काफी हद तक रोक सकते हैं ।