
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जिले में वन विभाग के नाक के नीचे चल रहे लकड़ियों के अवैध कारोबार को लेकर आखिरकार विभाग की कुम्भकर्णी नींद टूटी है। जहाँ सूचना के बाद वन अमले ने छापेमारी करते हुए आरामिल को सील कर दिया है। दरसअल सोमवार को वन विभाग को सूचना मिली कि चकरभाठा क्षेत्र में लकड़ियों के अफरा तफरी की जा रही है। जिसपर सोमवार की सुबह बिलासपुर डीएफओ के आदेश पर चकरभाठा स्थित साईं बाबा सा मिल में तड़के छापा मार कार्रवाई की गई, जहां से आम प्रजाति के काष्ट से भरा हुआ एक ट्रेक्टर चिरान के लिए खड़ा पाया गया, इसे देखते हुए आरा मिल को सील करने की कार्रवाई की गई।

इस कार्रवाई से आरा मिल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार आज तड़के 5 बजे वन परिक्षेत्र अधिकारी बिलासपुर आलोक नाथ, सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी बिलासपुर जितेन्द्र साहू , सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी बेलतरा वेदप्रकाश शर्मा सॉ मिल पहुंचे, आरामिल परिसर में आम प्रजाति के काष्ट से भरा हुआ एक ट्रेक्टर मिल परिसर में खड़ा हुआ पाया गया, उसके समीप एक वाहन चालक एक हेल्पर एवं लकड़ी मालिक रामखिलावन पटेल उपस्थित पाये गये थे,

जिनसे काष्ट के संबंध में पूछताछ करने पर कोई भी वैध कागजात मौके पर प्रस्तुत नहीं किया गया, जिसे अवैध वनोपज मानते हुए भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52 के तहत ट्रेक्टर सहित माल जप्त करने की कार्यवाही की गई, चुंकि अवैध वनोपज साईं बाबा आरामिल परिसर में खड़ा हुआ पाया गया, अत: अवैध वनोपज की खरीदी एवं चिराई वन अपराध की श्रेणी में आता है जिसकी जांच पूर्ण होते तक भारतीय वन अधिनियम के तहत आरामिल को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। इस कार्रवाई में वन रक्षक ललित श्रीवास, वनरक्षक अजय मिश्रा वनरक्षक कलेशपाल वनरक्षक, सचिन रजक दैनिक श्रमिक उपस्थित रहे।