
रमेश राजपूत

बिलासपुर – न्यायधानी के सरकंडा क्षेत्र में स्थित उज्ज्वला होम में सेक्स रैकेट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमे पुलिस की भूमिका संदिग्ध नज़र आ रही है। इस पूरे मामले में मिली जानकारी के अनुसार उज्जवला होम में सहारे की आस लिए रहने वाली महिलाओं और युवतियों के साथ घिनौनी हरकत करने का आरोप यहाँ के संचालक के ऊपर लगा था। जिसमें यहाँ के स्टॉफ की संलिप्तता से इनकार नही किया जा सकता। सरकंडा क्षेत्र स्थित उज्जवला होम में महिलाओं और युवतियों को देह व्यापार के धंधे में धकेलने का मामला सामने आया है,जिससे जिले में सनसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि उज्जवला होम में रहने वाली लड़कियों को नशीला पदार्थ पिला कर संचालक उनके साथ दुष्कर्म करता था, और अगर कोई लड़की गलत काम करने से मना कर दे तो उसके कपड़े उतारकर मारपीट की जाती है। इतना सब होने के बाद भी कार्यवाई के नाम सिर्फ जांच चल रही थी, जब पीड़ित महिला सरकंडा थाने में इस बात की जानकारी देने पहुंची तो उनका मुलाहजा कराने के बजाए मामले को रफा-दफा करने महिला पुलिस और स्टाफ ने इस मामले को दबाने की कोशिश की और उज्जवला होम के संचालक को बचाने की भरपूर कोशिश की गई है, लेकिन सच के आगे किसी की न चली और आखिरकार दुष्कर्मी जितेंद्र मौर्य गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी जितेंद्र हुआ गिरफ्तार

लाख कोशिशों के बावजूद आखिरकार संचालक जितेंद्र मौर्य अपनी हरकतों से बच नही पाया, गुरुवार को उज्जवला होम में रहने वाली 4 पीड़ित महिलाओं ने कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया , जिससे सच्चाई सामने आ ही गयी। कोर्ट के निर्देश पर उस जितेंद्र मौर्य के खिलाफ धारा 376 और 354 आईपीसी की धाराएं लगाकर उसे गिरफ्तार किया गया ,पहले इसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया था। आपको याद दिला दें कि 17 जनवरी की रात बिलासपुर सरकंडा स्थित उज्जवला होम में महिला को छुड़ाने पहुंचे उसके पति और पिता के साथ संचालक द्वारा अभद्रता किये जाने और महिला को छोड़ने से इंकार कर दिया गया था। न्यायधानी में सैक्स रैकेट का खुलासा तब हुआ जब 17 जनवरी को एक महिला अपने पति से नाराज होकर घर से निकल गई इसी बीच रास्ते मे उज्जवला होम के कुछ लोग उसे अपने साथ ले गए, जिसे ढूंढते हुए महिला का पति उज्जवला होम पहुंचा और अपनी पत्नी से मिलने की बात कही, पर उसे उज्जवला होम के स्टाफ ने दुर्व्यवहार करते हुए मिलने नही दिया गया, जैसे तैसे उसने कुछ लोगों की मदद से बाहर खड़े होकर अपनी पत्नी से संपर्क किया, जिसके बाद उसकी पत्नी ने खुलासा किया की उज्जवला होम में लड़कियों के साथ गलत काम हो रहा है। फिर मौका पाकर महिला और लडकिया वहाँ से भागने में सफल होई और फिर जो खुलासा हुआ उसने सभी को दहला दिया, बिलासपुर को न्यायधानी, संस्कारधानी के नाम से जाना जाता है पर उज्जवला होम में महिलाओं के साथ हो रही इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। और हमेशा की तरह ही इस मामले में पैसे के लिए पुलिस भी अपना इमान खोते नज़र आई है। जिसमें संलिप्त सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ भी उचित कार्रवाई की मांग पीड़ित कर रहे है।