
उदय सिंह

मस्तूरी – मामला मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम भरारी से सामने आया है, जहाँ धान खरीदी केंद्र में गरीब किसानों के धान तौल में प्रत्येक बोरी में डेढ़ से 2 किलो धान अतिरिक्त लिया जा रहा है शासन द्वारा किसानों से धान को 40 किलो प्रति बोरी लेने का आदेश है जिसे भरारी धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक द्वारा हर किसानों से तौल में 41,500 की तौल के हिसाब से लिया जा रहा है जिससे किसानों की हर बोरी में डेढ़ से 2 किलो अतिरिक्त धान लिया जा रहा है,

जिससे समिति प्रबंधक हर रोज सैकड़ों क्विंटल धान की आमदनी कमाकर अपने जेब भरने में लगा हुआ है और किसान 5 माह की कड़ी मेहनत और लगन से तैयार किए हुए फसल को मजबूर होकर लूटते हुए देख रहा है।
टोकन के लिए भी मांगे जा रहे पैसे…

किसानों को धान बिक्री करने के लिए टोकन की जरूरत पड़ती है उसमे भी गरीब किसानों से पैसों की मांग किया जाता है पैसा नही मिलने के एवज में दिन पर दिन घूमना पड़ता है गरीब किसानों ने बताया कि जब से धान खरीदी की शुरुआत हुई है तब से टोकन कटवाने बार बार चक्कर लगवाया जा रहा है फिर भी इतने दिन बीत जाने के बाद किसान टोकन कटवाने धान खरीदी केंद्र का चक्कर लगा रहे है।
बारदाना में करते है हेरफेर …

किसान टोकन कटाने के बाद धान को धान खरीदी केंद्र लेकर पहुँचते है लेकिन गरीब असहाय किसानों को बारदाना की कमी बताकर धान को फड़ में ही कई दिन रखवा देते है और वही रसूखदार लोगो की या जो पैसा देता है उस किसानों की तौल तत्काल कर देते है।

मामले में किसान आखिर किससे शिकायत करें क्योंकि धान तो उसी केंद्र में ही बेचना है।