
डेस्क
अपराधियों की दोस्ती जी का जंजाल है, जिसका खामियाजा आज नहीं तो कल भरना ही पड़ेगा। ऐसा ही कुछ हुआ धर्मेंद्र साहनी के साथ। धर्मेंद्र साहनी की दोस्ती ओम नगर जरहाभाटा में रहने वाले राहुल अहिरवार से थी। 22 अगस्त गुरुवार दोपहर 4:00 बजे के करीब पहल, धर्मेंद्र को चाय पिलाने के बहाने लिटिल फ्लावर स्कूल के पास मैदान में ले गया और उस पर प्रिंस मसीह के खिलाफ झूठा रिपोर्ट लिखवाने के लिए दबाव डालने लगा। जब धर्मेंद्र साहनी ने ऐसा करने से मना कर दिया तो गुस्से में आकर राहुल अहिरवार और उसके साथ मौजूद दो नाबालिग आरोपियों ने चाकू से धर्मेंद्र साहनी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे उसके गर्दन और पीठ पर सांघातिक चोटें लगी और वह गिर पड़ा । तीनों धर्मेंद्र को मृत समझकर वहीं छोड़कर भाग गए। इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना 112 को दी ,जिन्होंने घायल धर्मेंद्र को सिम्स पहुंचाया। इसके बाद धर्मेंद्र के भाई प्रकाश साहनी ने मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई तो पुलिस ने आनन-फानन में पाहुल अहिरवार और उसके दोनों नाबालिग साथियों को धर दबोचा जिन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया है।