छत्तीसगढ़बिलासपुर

कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी ने तेज किया प्रचार अभियान, अरुण कलेक्ट्रेट, तो अटल रेलवे क्षेत्र के दफ्तरों में पहुंचे वोट मांगने

असल में कांग्रेस ने बड़ी उम्मीद के साथ मंगलवार को जो घोषणा पत्र जारी किया उसकी हर तरफ आलोचना हो रही है ।सोशल मीडिया पर तो उस घोषणापत्र का ऐसा पोस्टमार्टम हुआ कि लोग विरोध में तरह-तरह के कमेंट करने लगे हैं

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य

नामांकन प्रक्रिया के साथ ही अब चुनाव प्रचार अभियान तेजी पकड़ता जा रहा है । बिलासपुर में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच होती नजर आ रही है। अगर जोगी कांग्रेस अपना उम्मीदवार बिलासपुर से उतारती तो मुमकिन था कि यहां मुकाबला कुछ हद तक त्रिकोणीय होता, लेकिन मुकाबले में बसपा का प्रत्याशी होने से यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता नजर आ रहा है ।यही वजह है कि नामांकन प्रक्रिया के साथ ही दोनों उम्मीदवारों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है । भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अरुण साव बुधवार को कलेक्ट्रेट, कंपोजिट बिल्डिंग और इसी क्षेत्र में मौजूद कार्यालयों में पहुंचे और शासकीय कर्मचारियों से मिलकर अपने लिए वोट मांगा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देशभक्त और देशद्रोहियों के बीच है। कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में साबित कर दिया है कि वह देशद्रोहियों के साथ है ।कश्मीर और सेना को लेकर भी उनकी घोषणाएं पूरे देश में आलोचना का विषय बन रही है ,इसलिए देश की तरक्की चाहने वाले सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चलना चाहते हैं और इसी वजह से बिलासपुर में भी चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है और मतदाताओं का भारी समर्थन मिलने का दावा उन्होंने किया। इधर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव बुधवार को रेलवे क्षेत्र पहुंचे ,जहां उन्होंने रेलवे क्षेत्र स्थित कार्यालयों में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 सालों से बिलासपुर में हवाई सुविधा का सपना दिखा रही है। अटल श्रीवास्तव ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल पर भी तीखे प्रहार करते हुए कहा कि उन्हें वैचारिक धरातल पर आना चाहिए। देखा यही जा रहा है कि अटल श्रीवास्तव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की योजनाओं के नाम पर वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस की योजनाओं के नाम पर उनके पास कहने को न्याय योजना के अलावा कुछ खास नहीं है। असल में कांग्रेस ने बड़ी उम्मीद के साथ मंगलवार को जो घोषणा पत्र जारी किया उसकी हर तरफ आलोचना हो रही है ।सोशल मीडिया पर तो उस घोषणापत्र का ऐसा पोस्टमार्टम हुआ कि लोग विरोध में तरह-तरह के कमेंट करने लगे हैं। इससे कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए जवाब देना मुश्किल होता जा रहा है। शायद यही वजह है कि प्रत्याशी चुनावी घोषणा पत्र, राहुल गांधी के बारे में ना बात कर भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ में जारी योजना का ही जिक्र अधिक कर रहे हैं।

error: Content is protected !!
Breaking