
सरकंडा क्षेत्र में पहले भी हुई कई चोरियों में छोटे बच्चों का हाथ उभर कर आया है । पुलिस के लिए ऐसे नाबालिग चोरों से निपटना मुश्किल भरा काम साबित हो रहा है

सत्याग्रह डेस्क
बिलासपुर पुलिस भले ही अपहरणकर्ताओं को आसानी से दबोच ले ,लेकिन चोरों के आगे उसकी एक नहीं चलती। चोरों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा है। एक बार फिर सरकंडा क्षेत्र में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती पेश की है। सरकंडा थाना क्षेत्र के आकाश नगर में रहने वाले डीएवी स्कूल के शिक्षक दिलीप सिंह के घर चोरों ने उस वक्त धावा बोला जब उनका पूरा परिवार रिश्तेदार के घर शादी की सालगिरह समारोह में शामिल होने गया था। दिलीप सिंह का परिवार 4 मई को घर सुना छोड़ कर गया था और जब 6 मई की शाम को वे लौटे तो देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ है और अंदर मौजूद तीनों अलमारी खुले हुए और सामान बिखरे पड़े हैं। चोरी की आशंका से जांच करने पर पता चला कि करीब 45 तोले सोने के जेवरात के साथ दस से बारह हज़ार रुपये नगद गायब है । चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने सिर्फ नगदी और सोने के जेवरात पर ही हाथ साफ किया, जबकि बेनटेक्स और चांदी के जेवरातो को उन्होंने छुआ भी नहीं। आकाश नगर में रहने वाले दिलीप सिंह के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके मोहल्ले में झांकने तक नहीं आती, इसलिए यहां चोरों का राज है। सरकंडा पुलिस ने जांच के बाद अंदेशा जाहिर किया है कि पीछे किसी नाबालिग चोर गिरोह का हाथ मुमकिन है, क्योंकि जिस तरह से दरवाजे और खिड़की की जाली काट कर चोरों ने अंदर प्रवेश किया है, वैसा या तो छोटे नाबालिक चोर कर सकते हैं या फिर कोई शातिर गिरोह । पुलिस फिलहाल संदेहिओ की धर पकड़ कर चोरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है । सरकंडा क्षेत्र में पहले भी हुई कई चोरियों में छोटे बच्चों का हाथ उभर कर आया है । पुलिस के लिए ऐसे नाबालिग चोरों से निपटना मुश्किल भरा काम साबित हो रहा है । वही लोग घर को सुना छोड़ने की स्थिति में हमेशा सशंकित रह रहे हैं कि पता नहीं कब उनकी जिंदगी भर की कमाई कोई उड़ा ले जाए।