
रमेश राजपूत
बिलासपुर – पैसों की भूख इंसान को अंधा बना देती है, जो अपने सगो को भी निगल सकती है, ऐसा ही एक वाक़िया बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ अभिषेक विहार निवासी वन विभाग में ठेकेदारी का काम करने वाली सरोजनी साहू पति तुलसी राम के साथ उसकी ही सगी बहन रूकमणी साहू पति रामलाल साहू निवासी लखराम ने साज़िश रचकर चोरी की घटना को अंजाम दिया है। जिसमें पुलिस ने अब तक मास्टरमाइंड आरोपी बहन सहित 8 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है वही 41 लाख 20 हजार रुपए नगद और 3 लाख कीमती सोने चांदी के गहने बरामद किए गए है।
जिसका खुलासा बिलासपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने किया है। खुलासे में बताया गया है कि प्रार्थिया सरोजनी साहू 21 मई को बबल्स वाटर पार्क गई थी, जिसे उनके पड़ोसी ने घर मे चोरी होने की जानकारी दी, जो वापस घर लौटकर देखी तो आलमारी टूटी हुई थी और सोने चांदी के जेवर और लगभग 20 हजार रुपए गायब थे, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई, जिस पर सिविल लाइन पुलिस, एसीसीयू की टीम चोरी की जांच में जुट गई और अज्ञात चोरों की तलाश करने लगी, इसी दौरान बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर सुराग हाथ लगे और पुलिस आरोपियों के पीछे लग गई। सीसीटीव्ही फुटेज में एक नीले रंग के बिना नंबर के बुलेट मोटर सायकल में तीन नकाबकोश आरोपी एक एयर बैंग रखे हुये उसलापुर,धुरीपारा मंगला होते हुये रतनपुर के तरफ भागते हुये दिखाई दिये। उक्त आरोपियो का पीछा करने के लिये पुलिस टीम अलग-अलग दिशा में रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा खोजबीन करते हुये ग्राम सेलर एनीकट रोड के पास एक नीले रंग का बुलेट मोटर सायकल दिखाई दिया जिसे पीछा करते हुये घेराबंदी कर पकडा गया। मोटर सायकल में तीन व्यक्ति सुरज विश्वकर्मा पिता रामाधार विश्वकर्मा उम्र 22 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर जिला बिलासपुर (छ.ग.), विशु श्रीवास पिता राजकुमार श्रीवासी उम्र 20 साल निवासी गायत्री मंदिर के पास सरकण्डा, किशोरी लाल बंजारे पिता जोहन लाल बंजोर उम्र 25 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर मिले जिसमें पीछे बैठे विशु श्रीवास अपने कंधे में एयर बैंग लटकाया हुआ था। बैग की तलाशी लेने पर बैग के अंदर 25 लाख रूपय नगद एंव सोने चांदी के आभुषण बरामद किया गया। उक्त आरोपियो को हिरासत में लेकर बारीकी से पुछताछ किया गया जिन्होने पुछताछ में पहले तो स्वंय घटना स्थल जाकर चोरी करना स्वीकार किये किन्तु उक्त तीनो आरोपियो से कडाई से पुछताछ करने पर तीनो आरोपियो ने बताया कि ग्राम नगपुरा का शिवदीप तिवारी हमारे पास आया और बोला की तुम तीनो लोगो को चोरी का आरोपी बनना है जिसके एवज में तुम लोगो को एक-एक लाख रूपय दूंगा और तुमको कोर्ट से छुडवाने का खर्चा मै करूंगा कहने पर तीनो आरोपियो द्वारा पैसे के लालच में आकर शिवदीप तिवारी द्वारा एक बैग में नगदी पैसा और सोने चांदी तथा घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को देकर आसपास क्षेत्र मे घुमने के लिये भेज दिया गया था।
मास्टरमाइंड ने बताया सगी बहन है असली मास्टरमाइंड..
पुलिस के कब्जे में आये उक्त तीनो आरोपियो द्वारा बताने पर प्रकरण के मास्टर माईंड अपराधी शिवदीप तिवारी की तलाश की गई जिसे ग्राम नगपुरा से हिरासत में लेकर बारीकी एवं कडाई से पुछताछ किया गया। जो पहले तो वह घटना करने से इंकार करता रहा तथा पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। किन्तु कडाई से पुछताछ करने पर आरोपी शिवदीप तिवारी टुट गया और बताया कि प्रार्थीया सरोजनी साहू की सगी बहन रूकमणी साहू निवासी लखराम द्वारा बताया गया कि उसकी बहन सरोजनी साहू वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है जो अनाप सनाप पैसा कमाकर अपनेे घर में बहुत बडी रकम एंव सोने चांदी के आभुषण रखी है। जिसे चोरी करने का प्लान बनाते है बोलने पर प्लान के मुताबिक रूकमणी साहू के घर में शिवदीप तिवारी, शिव साहू,गोलू कश्यप,गजेन्द्र कश्यप सभी लोग घटना करने के लिये मिंटीग किये उसके बाद दिनांक 21.05.2023 को रूकमणी साहू द्वारा अपनी बहन प्रार्थीया सरोजनी साहू के साथ बबल्स वाटर पार्क घुमने प्लान कर बबल्स वाटर पार्क चले गये। प्लान के मुताबिक शिवदीप तिवारी अपने साथी समेस कश्यप से बुलेट मोटर सायकल मांगकर तीनो आरोपी के साथ अभिषेक नगर पहुचे एवं प्रार्थीया एवं उनके परिवार वालो के बबल्स वाटर पार्क जाने के 5 से 10 मिनट के अंदर ही आरोपी शिवदीप तिवारी,गोलू कश्यप व गजेन्द्र कश्यप के द्वारा एक नीले रंग के बिना नंबर के बुलेट मोटर सायकल में नकाबकोश होकर घटना स्थल पहुचे और पानी पीने के बहाने दरवाजा खुलवाकर घर अंदर घुसे घर में केवल दो बुजुर्ग महिलाएं थी, जिनका मुह बंद कर उपर के कमरे मे बंद कर दिया और नीचे के कमरे के आलमारी का ताला तोडकर आलमारी में रखे नगदी रकम एवं सोने चांदी के आभुषण को चोरी करना बताये । चोरी करने के बाद प्रकरण के मुख्य मास्टरमाईडं आरोपी शिवदीप तिवारी द्वारा चोरी किये गये रकम में से 25 लाख रूपय एवं कुछ सोने चांदी के आभुषण को फर्जी चोरी के आरोपी बनाकर सुरज,विशु,और किशोरी लाल बंजारे को देना बताया तथा चोरी किये गये रकम में से 15 लाख रूपए को स्वयं शिवदीप तिवारी द्वारा अपने साथ रखना तथा बाकी अन्य रकम को गोलु कश्यप को देना बताया। मौके पर ही 80 हजार रूपय विशु श्रीवास को देना एंव प्लान तैयार करने में सहयोगी गजेन्द्र कश्यप को 50 हजार रूपय देना बताया। जिस पर प्रकरण में अन्य आरोपियो की खोजबीन करते हुये गजेन्द्र कश्यप एवं रूकमणी साहू को भी गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण की विवेचना में अब तक एक महिला आरोपी सहित कुल 08 आरोपियो की गिरफ्तारी की गई है तथा आरोपियो से सोने चांदी के आभुषण किमती लगभग 3 लाख रूपये एवं नगदी रकम 4120000 रूपय बरामद कर जप्त किया गया है। प्रकरण में और 02 आरोपी फरार है तथा अन्य नगदी एवं सोने चांदी के आभुषण भी बरामद होने की संभावना है।
प्रार्थिया भी संदेह के घेरे में…शिकायत से अधिक रकम हुए बरामद
मामले में प्रकरण की प्रार्थीया सरोजनी साहू द्वारा उक्त चोरी की एफआईआर में सोने चांदी के आभुषण एवं 20 हजार रूपये चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, जबकि चोरी के आरोपियो से भारी भरकम रकम एवं सोने चांदी के आभुषण बरामद हुए है, पुलिस प्रकरण की प्रार्थीया को तलब कर इस संबंध में पुछताछ कर रही है जो अभी तक कोई स्पष्ठ जवाब नही दे पाई है। प्रकरण में प्रार्थीया वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है, जो उक्त रकम किसी बड़े ठेकेदार या व्यापारी के होने की संभावना है। प्रकरण में पुछताछ एवं जांच जारी है। प्रकरण में और भी खुलासा होने की संभावना है।