
रमेश राजपूत
कोरबा – जिले के पसान थाना क्षेत्र अंतर्गत कोरबी चौकी के नवापारा पंडरीपानी निवासी रूपसिंह उर्रे की लाश 15 जून को गांव के ही मेनरोड पर पुल के पास मिली थी, जिसके शरीर पर चोट के निशान थे, घटना की सूचना मृतक के भतीजे कृष्ण कुमार ने पुलिस को दी, जिस पर मौके में पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों और आस पास पूछताछ कर जांच में जुट गई थी। मामले में पुलिस अधीक्षक यू. उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा व अनुविभागीय पुलिस अधिकारी ईश्वर त्रिवेदी के द्वारा महत्वपूर्ण दिशा निर्देश व मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी पसान निरीक्षक राजेश जांगडे, साइबर सेल कोरबा प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी एवं उप निरीक्षक नवल साव के कुशल नेतृत्व में दौरान विवेचना कार्यवाही के सभी तथ्यों पर बारीकी से जांच व संदेहियों से पूछताछ किया जा रहा था। पूछताछ के दौरान मृतक का पुत्र संतकुमार उर्रे बार – बार अपने बयान को बदल कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था जिसे मनोवैज्ञानिक तरिके से पूछताछ करने पर टूट गया और अपराध धारा घटित करना स्वीकार करते हुये बताया कि पिता रूपसिंह के द्वारा आये दिन वाद विवाद करने के कारण तथा दिनांक घटना समय को भी वाद विवाद कर गाली गलौच करने से परेशान होकर जान से मारने की नियत से फावड़ा व सब्बल से सिर, सीना, माथा, आंख, शरीर में संघातिक वार कर हत्या कर देना तथा साक्ष्य छिपाने की नियत से अपने घर से घटनास्थल नवापारा पण्डरीपानी पुलिया रोड किनारे ले जाकर शव को रख देना तथा अपराध में प्रयुक्त फावड़ा, सब्बल घटना समय आरोपी संतकुमार द्वारा पहने वस्त्र में लगे खून के दाग धब्बे को धोकर साक्ष्य नष्ट कर देना बताया। जिसके कथन के आधार पर अपराध में प्रयुक्त फावड़ा सब्बल एवं अपराध के समय पहने वस्त्र एक हाफ पेंट, एक फूल टी शर्ट को बरामद कर जप्त किया गया है। प्रकरण में आरोपी संतकुमार उर्रे के विरूद्ध अपराध घटित करने का पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।