
छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से जारी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी पर 31 जनवरी यानी इस गुरुवार को विराम लग गया
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
बिलासपुर-इस वर्ष शुरुआत में धान खरीदी केंद्रों में धान की आवक बेहद कमजोर थी तो वही कर्ज माफी और समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी के चुनावी वादो के बाद किसान अपना धान नहीं बेच रहे थे लेकिन एक बार किसानों ने धान बेचना शुरू किया तो फिर रिकॉर्ड धान समितियों में पहुंच गया। पिछले साल जिले में 36 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई थी । इस बार अनुमान लगाया जा रहा था की 128 खरीदी केंद्रों में कमजोर शुरुआत की वजह से धान की खरीदी लक्ष्य से कम होगी। लेकिन अपुष्ट आंकड़ों के अनुसार गुरुवार तक जिले में 44 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है ।एक सप्ताह पहले ही खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा सभी कमिश्नर और कलेक्टरों को परिपत्र जारी कर धान खरीदी को बंद करने के निर्देश दे दिए गए थे इसलिए 31 जनवरी को केंद्र में पहुंचे धान की तौलाई के बाद ठीक रात 12:00 बजे सॉफ्टवेयर लॉक हो गए
उसी दिन धान की मात्रा की जानकारी नोडल अधिकारियों द्वारा संबंधित कलेक्टर को सौंप दी गई ।2 फरवरी सुबह 11:00 बजे सरकारी आंकड़े जारी किए जाएंगे। अंतिम दिन धान खरीदी केंद्रों में भारी भीड़ नजर आई ।वैसे धान खरीदी बंद होने के एक पखवाड़े पहले ही पंजीकृत किसानों को टोकन जारी कर दिया गया था अगर कुछ धान की उस समय एंट्री नहीं हुई थी तो भी अंतिम दिन तक उसकी एंट्री कर दी गई। जिले में लक्ष्य से अधिक धान खरीदी होने से कयास लगाए जा रहा है की कोंचिओ ने अन्य राज्यों का धान खपाया होगा। फिलहाल पुष्ट आंकड़ों की प्रतीक्षा की जा रही है।