हरिशंकर पांडेय
मल्हार – दण्ड संहिता से न्याय संहिता के तहत भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता व भारतीय साक्ष्य अधिनियम एक जुलाई से नए नियम के साथ लागू हो रहा है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए पुलिस विभाग ने उत्सव के रूप में मनाया जिसके लिए पुलिस चौकी को दुल्हन की तरह सजाकर क्षेत्र के नागरिकों को आमंत्रित किया गया था। जिसमे चौकी प्रभारी विष्णुदेव यादव ने बताया कि 1860 से चलते आ रहे कानून में कुछ बदलाव करते हुए बहुत से ऐसे नियम बनाए गए है,
जिससे सुलभ न्याय संभव होगा। नए कानून बनाने का मुख्य उद्देश्य है कि पीड़ित व्यक्ति को समय पर न्याय सुलभता से मिल सके। उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से पूरे देश मे न्याय संहिता लागू हो रहा है। जिसमे अब दंड की जगह न्याय शब्द होगा जिसमें पीड़ित को त्वरित न्याय मिलेगा। अपराध दर्ज होने के 60 दिन के भीतर चालान पेश करना अनिवार्य होगा और विवेचक 90 दिनों तक प्रोग्रेस रिपोर्ट बताएंगे, इलेक्ट्रानिक साक्ष्य भी अब महत्वपूर्ण होगा, वीडियो व फोटोग्राफी की भी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। किसी भी मामले में 14 दिनों के भीतर निर्णय करना अनिवार्य होगा।
इस कानून में किसी भी मामले की एफआईआर देश में कहीं भी करवा सकते है। पीड़ित व्यक्ति की प्रोग्रेस रिपोर्ट 90 दिनों के भीतर बताना पड़ेगा। महिला व बच्चों सम्बन्धित कानून में 37 धाराए शामिल किए गए है, नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के अपराधियों को आजीवन कारावास व फांसी की सजा हो सकती है, पीड़ित महिला का 24 घँटे के भीतर डाक्टरी परीक्षण होगा व 7 दिवस के भीतर प्रक्रियाए पूरी करनी होगी।
महिला अधिकारी को ही रिपोर्ट व जांच का अधिकार दिया गया है। पीड़ित महिला का वीडियो व फोटोग्राफी होगी जो कोर्ट में मान्य होगा। इसी तरह विभिन्न धाराओं में संसोधन कर न्याय प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। चौकी में उपस्थित लोगों को नए कानून के प्रावधानों के संबंध में जानकारी दिया गया इसके पश्चात राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस अवसर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मल्हार के बच्चों व शिक्षको सहित लक्ष्मण कांत, हेमंत तिवारी, सुशील चौबे राजा, धर्मेन्द्र कोशले, दिलीप पांडेय, धर्मेद्र सिंह, राजकुमार वर्मा, रवि कैवर्त, बलराम सिंह, बाबा गुप्ता, नवीन अग्रवाल, रणजीत सिंह, संतोष देवांगन, अजित सिंह, किरण पाटले, मनीष कश्यप, सुजीत राजभानु, राकेश सिंह, बबलू भारद्वाज, मिलुराम कैवर्त, सुरेश अवस्थी, शमशेर सिंह बड़ी संख्या आम नागरिक व विभिन्न ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल हुए।