
राष्ट्रीय राजमार्ग में निर्माणाधीन पुलिया की वजह से परिवर्तित मार्ग से वाहनों को चलाया जा रहा है लेकिन परिवर्तित मार्ग दुरुस्त ना होने से यहां हर वक्त दुर्घटना की आशंका बन रही है
सत्याग्रह डेस्क
तोरवा गुरुनानक चौक से पुराना पावर हाउस तिराहे तक की सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है। परशुराम राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 5 में विगत 1 साल से सड़क निर्माण जारी है, लेकिन यहां निर्माण की प्रक्रिया कछुए की चाल को भी मात दे रही है । पीडब्ल्यूडी द्वारा जारी सड़क निर्माण के ठेकेदार द्वारा काम लटकाए जाने के बाद दूसरे ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई है ,लेकिन फिर भी गति में खास इजाफा नहीं हुआ है । सड़क के साथ ही यहां एक पुलिया का निर्माण भी किया जा रहा है, क्योंकि बरसात के मौसम में बंधवा तालाब से आने वाला पानी सड़क पर कई कई फीट बहता है। पानी की निकासी ना होने से ही यह स्थिति बनती है। लिहाजा यहां व्यवस्थित पुलिया बनाकर पानी निकासी के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है। शनिवार को पुलिया निर्माण के लिए वैकल्पिक बाईपास बनाया गया। परिवर्तित मार्ग के लिए गीली और कच्ची मिट्टी वाली जमीन का इस्तेमाल किया जा रहा है । इसलिए यहां हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। शनिवार को ही कई बार हादसे होते होते टले। एक बस पलटते- पलटते बची, तो वही हर दूसरा वाहन हिचकोले खाते हुए गुजर रहा है। लोगों को आशंका है कि इस वजह से यहां कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है।
इस वैकल्पिक बाईपास से गुजरना कितना मुश्किल भरा है ,इसे आप इसी बात से समझ सकते हैं कि शनिवार शाम को यहां पानी से भरा एक टैंकर गुजर रहा था ,लेकिन कच्ची मिट्टी होने की वजह से उसके पहिए धंस गए और इस कारण से इस गर्मी के मौसम में बेशकीमती करीब 10 हज़ार लिटर पानी को यही व्यर्थ बहाना पड़ा। क्षेत्र के व्यापारी इस निर्माण से हलकान हैं। उनका कारोबार चौपट हुआ जा रहा है। चुनाव के नतीजे तक वे सभी सब्र कर रहे हैं, लेकिन आचार संहिता खत्म होने के बाद अगर स्थिति दुरुस्त नहीं हुई तो वे पीडब्ल्यूडी का घेराव करेंगे।
महीनों से लोग यहां तकलीफ झेल रहे हैं। सड़क पर हर तरफ गिट्टी बिखरी हुई है। हर वक्त यहां धूल उड़ रहे हैं। इससे निजात दिलाने पावर हाउस चौक से लेकर पुलिया तक डामरीकरण का काम भी शुरू कर दिया गया है। लेकिन पुलिया निर्माण की वजह से अचानक बड़े वाहनों को जिस तरह बाईपास किया जा रहा है वह खतरनाक है ट्रैफिक विभाग को चाहिए कि वे पुराना पावर हाउस चौक और गुरु नानक चौक से ही मंडी रोड की ओर वाहनों को परिवर्तित मार्ग से चलाएं ,ताकि कोई दुर्घटना ना घटे। अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो मौजूदा हालात में कभी भी कोई बड़ा हादसा मुमकिन है।