
आखिरकार दिलवाले दुल्हनिया को ले कर उड़न खटोले से मुंगेली पहुंच ही गए
मुंगेली आकाश दत्त मिश्रा
मुंगेली-धौलपुर के किसान परिवार के बेटे अंकुश ने अपने दादा जी के सपने को सिर्फ साकार ही नहीं किया बल्कि मुंगेली में इतिहास रच दिया एक किसान का बेटा किसी राजकुमार की तरह हवा के रास्ते शहडोल पहुंचा और अपनी जीवनसंगिनी आदर्शिता को लेकर हेलीकॉप्टर से ही बुधवार को लौट आया बारात जाते वक्त जिस तरह उत्साहित मुंगेली के निवासी विदा करने पहुंचे थे उसी तरह दूल्हा दुल्हन की अगवानी के लिए भी अपने और पराए सभी हेलीपैड पर जुट गए किसी को यह फिजूलखर्ची और दिखावा लग रहा है तो किसी को दूल्हे में एक आदर्श पोता नजर आ रहा है बात जो भी हो लेकिन बात खास तो है घुंघट के पीछे शायद दुल्हन आदर्शिता भी खुशी से फूला नहीं समा रही होगी दूल्हे के चेहरे पर तो खुशी साफ देखी जा सकती थी।
अंकुश के दादा धर्मराज सिंह ने बरसों पहले सपना देखा था कि उसके पोते की जब भी शादी होगी तो वह हेलीकॉप्टर से जाएगा और अपनी दुल्हन हेलीकॉप्टर से लेकर लौटेगा।अंकुश ने सचमुच उनके सपने को साकार कर दिया इस पल के गवाह बनने पहुंचे मुंगेली के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं ऐसा लग रहा है अंकुश ने अपने दादा धर्मजीत के सपने को ही पूरा नहीं किया बल्कि पूरे मुंगेली के आंखों में नया सपना जगा दिया।अपनी दुल्हनिया लेने हेलीकॉप्टर से रवाना हुआ दूल्हा अंकुश बुधवार दोपहर अपनी दुल्हनिया को ले कर डेक्कन एयरलाइंस के उड़न खटोले से लौट आया तो उनका स्वागत किसी विजेता की तरह लोगों ने किया इस नजारे को देखने इस बार भी लोगों का हुजूम हेलीपैड पर मौजूद दिखा