
डेस्क
केंद्र और राज्य में अलग-अलग सरकार हो उनके बीच समन्वय और तालमेल का अभाव हमेशा होता है। राजनीतिक विद्वेष भी इसके पीछे की एक अहम वजह होती है। ऐसा ही आरोप प्रदेश की कांग्रेस सरकार, केंद्र पर लगा रही है। कांग्रेसियों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की गरीब जनता, विद्यार्थी से उनका निवाला छीनने का काम किया जा रहा है । उज्जवला योजना के नाम पर केरोसीन के कोटे में भारी कटौती की बात कही जा रही है । वही पेट्रोल डीजल की कीमत में भी भारी बढ़ोतरी, दाल भात केंद्र के लिए चावल के कोटे में कटौती ,धान के समर्थन मूल्य पर उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी और बढ़ती महंगाई के लिए मोदी सरकार को दोषी ठहराते हुए कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ 20 जुलाई को प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन का फैसला किया है ।
बिलासपुर में 20 जुलाई को कांग्रेसी दोपहर 12:00 बजे से नेहरू चौक में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसमें मरवाही, कोटा पेंड्रा, बेलतरा, रतनपुर, मस्तूरी बिल्हा, तखतपुर बिलासपुर के कांग्रेसियों को शामिल होने का निर्देश जारी किया गया है। कार्यकर्ताओं के अलावा इस आंदोलन को धार देने बड़ी संख्या में पदाधिकारी भी मौजूद होंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में पहली मर्तबा हो रहे आंदोलन को असरदार बनाने के लिए कांग्रेसी सक्रिय नजर आ रहे हैं।