
रमेश राजपूत
मुंगेली – पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन में थाना सरगांव पुलिस ने कोयला व्यापारी नरेन्द्र कुमार कौशिक की आत्महत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। मृतक के परिजनों के बयानों और साक्ष्यों के आधार पर यह पुष्टि हुई कि आरोपीयो द्वारा व्यापार में भारी वित्तीय अनियमितता कर मृतक को आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित किया गया। मिली जानकारी के अनुसार मृतक नरेन्द्र कौशिक (50 वर्ष), निवासी आर्या कॉलोनी तिफरा, बिलासपुर, अमिषा ट्रेडर्स नामक कोल डिपो का संचालन करते थे। उन्होंने अपने सहयोगी राजेश कोटवानी, संजय भट्ट, देवेन्द्र उपवेजा और सूरज प्रधान के साथ व्यापार किया था। वर्ष 2022-23 में कोल व्यापार से 43 करोड़ तथा 2023-24 में 10 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई थी। परंतु, मृतक की अनुपस्थिति में आरोपियों ने कोयला और दो लोडर वाहन अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया और व्यापार के सही आर्थिक विवरण नहीं दिए। इससे करीब 33 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। घटना दिनांक 26 नवंबर 2024 को मृतक ने सुसाइड नोट लिखकर जहर सेवन किया तथा अपनों को मोबाइल से अंतिम संदेश भेजा। परिजन उन्हें अपोलो अस्पताल बिलासपुर लेकर गए, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। साइबर सेल जांच व परिजनों के बयानों से मृतक और आरोपियों के बीच लगातार संपर्क की पुष्टि हुई। पुलिस ने आरोपी राजेश कोटवानी, देवेन्द्र सिंह उपवेजा, सूरज प्रधान और संजय भट्ट को गिरफ्तार कर उनके पास से दस्तावेज, खाते और दो लोडर जब्त किए हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 195/2024, धारा 108, 3(5) बी.एन.एस. के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
इस कार्रवाई में सरगांव थाना प्रभारी उप निरीक्षक संतोष शर्मा के नेतृत्व में टीम के अन्य सदस्यों एएसआई अजय चौरसिया, प्रधान आरक्षक जय दुबे, आरक्षक सूरज धुरी, रिपीन बनर्जी एवं रामू निषाद की अहम भूमिका रही।