
बच्चे को अपने गोद में वापस पाकर पीडिता के ख़ुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहें थे
उदय सिंह
मां मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही है, मुझे मेरी माँ से कोई तो मिलवा दीजिए..! इस ममता भरी गुहार पर बिलासपुर पुलिस की रक्षा टीम ने अनोखी मिशाल पेश की और ससुराल वालों की चंगुल से मां के आँचल से दूर 15 माह के बच्चे को पुलिस ने मिलवाया
पारिवारिक विवाद के चलते अपनी मां के आँचल से दूर 15 माह के बच्चे को बिलासपुर पुलिस की रक्षा टीम ने सास-ससुर एवं पति के चंगुल से छुटकारा दिलाकर ग्राम सरपंच की मौजूदगी में सुपुर्द कराया है! इसके अलावा पीडिता के पति के खिलाफ पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर कोर्ट में पेश किया! दरअसल पीड़ित महिला उमा बाई जिले के सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम मटियारी निवासिनी है! उसका विवाह पडोसी जिला जांजगीर-चाम्पा के अकलतरा थाना क्षेत्र के ग्राम खटोला निवासी नामकरण ताम्रध्वज से हुआ था! आए दिन ससुराल वालों की प्रताड़ना से उमाबाई त्रस्त रहा करती थी! इसी तरह बीते कुछ माह पूर्व उमाबाई सास-ससुर और अपने पति के प्रताड़ना के खिलाफ बोल पड़ी! जिस पर ससुराल वालों ने पीड़िता को घर से बाहर निकाल दिया!
और पीड़िता के 15 माह के बच्चे को अपने पास रखकर माँ और बच्चे को एक दुसरे से अलग कर दिया! इससे परेशान होकर पीडिता ने बिलासपुर के महिला थाने में बच्चे को सुपुर्द कराने के लिए पुलिस से न्याय की गुहार लगाईं! जिस पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रक्षा टीम पीड़िता उमा बाई के साथ उसके मायके खटोला पहुंची और ससुराल वालों की चुंगल से बच्चे को रिहा कराकर माँ और बच्चे को मिलाने का सराहनीय कार्य किया। वहीँ बच्चे को अपने गोद में वापस पाकर पीडिता के ख़ुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहें थे।