
विराट अपहरण मामले में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पुलिसकर्मियों का सम्मान किया वहीं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक लेकर कम्युनिटी पुलिसिंग पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
बिलासपुर के चर्चित विराट अपहरण कांड में प्रोफेशनल किडनैपर के शामिल होने और फुल प्रूफ प्लान बनाने के बावजूद बिलासपुर पुलिस ने जिस कुशलता से पूरे प्लान को क्रैक किया और जिस तरह विराट को सकुशल उसके घर तक पहुंचाया, उसके लिए हर तरफ बिलासपुर पुलिस की तारीफ हो रही है। इस मामले में बिलासपुर पुलिस ने बिल्कुल किसी सस्पेंस फिल्म की तरह अंत तक रहस्य बरक़रार रखा और 100 लोगों से अधिक सदस्यों की टीम होने के बावजूद एक भी खबर लिक नहीं होने दी। जिस वजह से अपहरणकर्ता पुलिस के चंगुल में फंस गए। वहीं पुलिस के साइबर विभाग ने भी बेहद उम्दा प्रदर्शन किया। मुख्य सरगना राजकिशोर ने एक गलती की और पुलिस ने उस गलती को भुनाकर पूरे मामले को सुलझा लिया। पुलिस टीम की इस बड़ी सफलता के बाद सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने का निर्णय विभाग ने लिया है। इस अभियान में शामिल कुछ पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता सूझबूझ और विवेक की वजह से उनके उत्साह वर्धन हेतु

विभाग ने नगद पुरस्कार देने का फैसला लिया । पुलिस विभाग द्वारा कुल 56 सदस्यों को यह सम्मान दिया गया। इनाम के तौर पर किसी को 1000 किसी को 1500 किसी को दो हजार किसी को 3000 किसी को 4 तो किसी को 5000 रुपये नगद प्रदान किए गए हैं , लेकिन यहां बात इनामी राशि से बढ़कर पुरस्कार के सम्मान की है । इसके अलावा ऑपरेशन विराट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 30 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया । सम्मानित होने वालो में आईजी प्रदीप गुप्ता, एसपी अभिषेक मीणा, पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडे , एम् एल कोटवानी , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा ,नगर पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी ,निरीक्षक नरेश पटेल , अंजू चेलक, परिवेश तिवारी कलीम खान , रोहित मालेकर, राकेश मिश्रा , युवराज तिवारी , जय प्रकाश गुप्ता, प्रदीप आर्य, उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी , हेमंत आदित्य, विकास शर्मा , चंद्रशेखर बंजीर,जमील खान , प्रदीप सिंह, प्रह्लाद बंछोर, रूपलाल रूपलाल चुरेंद्र, सुरेश देशमुख, विकास सिंह ठाकुर, नवीन एक्का, दीपक यादव, आशीष राठौर, बोधु राम और दीपक सेन शामिल है इनके अलावा इसी के साथ 56 पुलिसकर्मियों को नगद इनाम भी प्रदान किया गया है । ताकि इस अभियान में शामिल पुलिस कर्मियों का उत्साहवर्धन हो सके

बुधवार को बिलासपुर पहुंचे डीजीपी डीएम अवस्थी ने बिलासा गुड़ी में पुलिस अधिकारियों की बैठक भी ली । उन्होंने जहां ऑपरेशन विराट के लिए सभी पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई। वहीं बैठक लेकर पुलिसकर्मियों को ताकीद किया कि वे जनता के साथ बेहतर पेश आए और थाना आने वाले लोगों को न्याय दिलाने में पूरी ताकत झोंक दे। इस बैठक में अन्य सभी विषयों पर पुलिसकर्मियों से उन्होंने चर्चा की और अगले 3 महीने बाद पुनः समीक्षा बैठक करने की बात कही। जल्द ही पूरे प्रदेश में कमेटी पुलिसिंग चालू की जा रही है, जिसकी शुरुआत बिलासपुर से करने की बात कहते हुए पुलिस महानिदेशक ने इस प्रयास में पुलिस अधिकारियों को दिए गए निर्देश की जानकारी।

तेजी से अपराध का चेहरा बदल रहा है । अपराधी हाईटेक होते जा रहे हैं । अपराधी के पास नए नए विकल्प मौजूद है । इसलिए पुलिस की भी जिम्मेदारी बढ़ चुकी है। उन्हें भी अपराधियों से एक कदम आगे अपडेट रहने की जरूरत है । बिलासपुर पहुंचे डीजीपी डी एम अवस्थी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विभाग की यही कोशिश होती है कि अपराधी को पकड़ने के बाद तैयारी ऐसी की जाए ताकि उन्हें निश्चित रूप से अदालतों से सजा मिले। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसिंग में उन पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है और पुलिस स्वतंत्र होकर अपना काम कर रही है।