
भुवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – गुरुवार को एक और श्रमिक की क्वारंटाइन अवधि में मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। यह पूरा मामला नवगठित जिला गौरेला,पेंड्रा, मरवाही का बताया जा रहा, जहाँ मरवाही निवासी 20 वर्षीय युवक जो पहले ही तेलंगाना से लौटा था उसे मरवाही के दोभर स्थित हॉस्टल में क्वारंटाइन किया गया था यहां क्वारंटाइन में रहने के दौरान युवक की तबीयत खराब हो गई,,जिसे इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बताया जा रहा है, कि युवक को पिछले एक माह से बुखार आने की शिकायत थी। इस बीच क्वारंटाइन सेंटर में उसे मानसिक तनाव भी झेलना पड़ा रहा था।
वही बुधवार सुबह स्वास्थ्य केंद्र में उसे सांस लेने में तकलीफ और झटका आ रहा था जिसके चलते उसे पेड्रा के सेन्टोरियम इलाज के लिए भेजा गया। लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे गुरुवार को सिम्स के लिए रेफर किया गया। लेकिन अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में ही वो अचेत हो गया। अस्पताल पहुँचने के दौरान डॉक्टर ने युवक का परीक्षण कर उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक का जांच सैम्पल किया गया कलेक्ट…
सिम्स हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार युवक की डेड बॉडी करीब एक बजे हॉस्पिटल लाई गई। युवक की ट्रैवल हिस्ट्री और क्वारंटाइन सेंटर से लाने के वजह से पहले रैपिड किट से जांच की गई। जिसमें युवक की रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिर भी कोरोना ओपीडी प्रभारी और पीआरओ डॉ आरती पांडे के निर्देश पर संदेह के आधार पर युवक के शव का पीसीआर कोरोना सैंपल लिया गया और सैंपल जांच के रायपुर भेजा गया साथ ही उसके शव को सिम्स के मरच्यूरी के फ्रिजर में रखा गया रिपोर्ट आने के बाद ही उसके शव को परिजनो को सौंपना है कि नहीं इसका फैसला लिया जाएगा।