
भूवनेश्वर बंजारे
बिलासपुर – चाकू बाजी, लूट, हत्या जैसी वारदातों ने न्यायधानी की पुलिसिंग व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिए है निजात अभियान के तहत भले ही बिलासपुर पुलिस अपनी सफलता को लेकर पीठ थपथपा ले.! लेकिन धरातल में घट रही अपराधिक घटनाएं तो कुछ और ही बयां कर रही है। बीते 48 घंटो की बात करे तो बिलासपुर जिले में दो हत्या,तीन चाकूबाजी और दर्जनों मारपीट , बलवा की घटनाएं घटी है। ऐसे में निजात अभियान को सफल बताने वाली पुलिस खुद ही सवालों से घिर चुकी है। हो भी क्यों न एक ओर पुलिस निजात अभियान के तहत जागरूकता अभियान चला रही है। जो जरूरी भी है लेकिन इन सब के बीच स्थानीय पुलिसिग में कसावट की कमी कही ना कही अपराधियों के लिए सुनहरा अवसर के रूप में सामने आ रही है। आपको बता दे बीते 48 घंटो में व्यापार विहार स्थित होटल में संचालक की पिटाई, सरकंडा में चाकू मारकर हुई हत्या, सीपत में महिला की हत्या के साथ साथ पचपेड़ी में चाकू की नोक पर हुई लुट, व्यापार विहार में मोबाइल लूट के मामले प्रकाश में आए है। वही ताजा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का सामने आया है। जहाँ सोमवार सुबह जशपुर निवासी छात्र रंजीत कुमार ताम्रकार के साथ मगरपारा रोड में चाकू मारकर लूटपाट करने की नियत से घटना को अंजाम दिया गया है। बताया जा रहा है की युवक मस्तूरी में रहकर आईटीआई कर रहा है। जो सोमवार सुबह 4 बजे मंदिर चौक से पूराना बस स्टैंड जा रहा था। जहां अचानक कुछ युवकों ने उसे घेर कर जबरन पैसे की मांग करते हुए उसके साथ मारपीट किया गया अचानक हुए हमले के कारण युवक का मोबाईल कही गुम गया। जिसकी शिकायत सिविल लाइन पुलिस से की गई है। इन सब मामलों से स्थानीय पुलिस को सबक लेने की जरूरत है ताकि न्यायधानी की फिजा भय मुक्त हो सके।