उदय सिंह
भारत माता की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले कई राजपूत वीरो ने इस पावन धरती पर जन्म लिया है ।यहां तेजस्वी और ओजस्वी जप, तप,धर्म, गुणों से परिपूर्ण वीर, वीरांगनाओं में महाराणा प्रताप का शौर्य सर्वोपरि है । महाराणा प्रताप के पराक्रम के किस्से और उनके संघर्ष की गाथा आज भी एक सच्चे राष्ट्रवादी के रोंगटे खड़े करती हैं। अमर राष्ट्र नायक, दृढ़ प्रतिज्ञ, स्वाधीनता के लिए आजीवन मुगलों से लोहा लेने वाले रणबांकुरे ,महाराणा प्रताप, भारतीय इतिहास के उन नायकों में से हैं जिनके के किस्से हमें गौरवान्वित करते हैं। 9 मई 1540 को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में जन्मे महाराणा अपने निडर प्रवृत्ति, अनुशासन प्रियता, निष्ठा ,कुशल नेतृत्व क्षमता , युद्ध कला में निपुण और अपनी राजनीतिक, मानसिक, कूटनीतिक और शारीरिक क्षमता में अद्वितीय थे।
महाराणा प्रताप की ऊंचाई 7 फीट थी और उनका वजन 110 किलोग्राम था। महाराणा प्रताप की शौर्य को इसी से समझा जा सकता है कि वे 72 किलो के छाती कवच, 81 किलो के भाले और 208 किलो की दो वजनदार तलवार को लेकर चलते थे महाराणा प्रताप की ही तरह उन का घोड़ा चेतक भी विश्व प्रसिद्ध है। जिसने महाराणा को अपनी पीठ पर बिठाकर 26 फीट ऊंचाई से छलांग लगा दी थी ।महाराणा प्रताप को कभी भी अकबर की दासता मंजूर नहीं थी ,इसलिए वे आजीवन अकबर से युद्ध लड़ते रहे। हल्दीघाटी के ऐतिहासिक युद्ध के लिए महाराणा प्रताप और उनके परिवार की कुर्बानी आज भी याद की जाती है । धनुष की डोर खींचने के दौरान उनकी आंत में चोट लगने की वजह से मात्र 57 वर्ष की उम्र में महाराणा का देहांत हो गया था ।
कहते हैं महाराणा प्रताप की मृत्यु का समाचार सुनकर उनके चिर प्रतिद्वंदी अकबर की आंखें भी भर आई थी। हिंदू कुल गौरव और राजपूतों की आन, बान, शान ,महाराणा प्रताप की जयंती इस वर्ष भी पूरे उल्लास उमंग के साथ मनाई जाएगी। देश के महान वीर योद्धा और क्षत्रिय कुल गौरव महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर बिलासपुर में विशाल और भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। 6 जून गुरुवार दोपहर 3:00 बजे लाल बहादुर शास्त्री स्कूल प्रांगण से महाराणा प्रताप चौक तक निकलने वाली इस रैली में राजपूत क्षत्रिय समाज के साथ सभी हिंदू शामिल होंगे। सर्व राजपूत क्षत्रिय समाज द्वारा आयोजित विशाल शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। बुधवार को आयोजन समिति द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाता रहा । गुरुवार को निकलने वाली शोभायात्रा में जीवंत झांकी भी मौजूद रहेगी शहर का भ्रमण करते हुए शोभायात्रा महाराणा प्रताप चौक पहुंचेगी, जहां महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी आरती की जाएगी। इस भव्य शोभायात्रा में सभी राजपूत क्षत्रियो को शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है ।भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अध्याय में जिन महापुरुषों का जिक्र होता है उनमें महाराणा प्रताप का नाम हमेशा सम्मान से लिया जाएगा। देश भक्ति, स्वाभिमान और वीरता के परिचायक महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।