प्रवीर भट्टाचार्य
इस वर्ष श्री गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व वर्ष मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर सिख समाज द्वारा विविध आयोजन हो रहे हैं। इसी क्रम में कर्नाटक के बिदर साहिब से प्रकाश पर्व यात्रा के प्रथम चरण का आरंभ हो चुका है। यह पवित्र यात्रा नांदेड़, अमरावती ,अकोला बुरहानपुर ,इंदौर, रतलाम, उज्जैन भोपाल, इटारसी, सागर ,दमोह जबलपुर , छिंदवाड़ा ,नागपुर, गोंदिया, राजनांदगांव ,दुर्ग, रायपुर होते हुए 17 जून को बिलासपुर पहुंचेगी।
2 जून से आरंभ हुई यह पवित्र यात्रा गुरुद्वारा श्री नानक झीरा साहिब बिदर से आरंभ हो चुकी है । 17 जून को बिलासपुर पहुंचने के बाद यह यात्रा उड़ीसा , झारखंड, पश्चिम बंगाल बिहार, उत्तर प्रदेश होते हुए वापस बिदर कर्नाटक लौटेगी। 17 जून को बिलासपुर पहुंचने पर यात्रा के स्वागत में बाइक रैली, लंगर आदि का आयोजन किया जाएगा।
इसी संबंध में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक दयालबंद गुरुद्वारा में आयोजित की गई । यहां कार्यकारिणी की सभा में सदस्यों ने प्रकाश यात्रा के संबंध में अपने अपने विचार प्रकट किए । इस बैठक में जिम्मेदारियों का बंटवारा भी हुआ । इस प्रकाश यात्रा की कई विशेषताएं हैं। पंच प्यारों की अगुवाई में 350 साल पुराने हस्तलिखित श्री गुरु ग्रंथ साहिब की सरपरस्ती में यात्रा बिलासपुर पहुंचेगी। जिसे लेकर सिख संगत में काफी उत्साह और उमंग है। रायपुर से होते हुए यात्रा 17 जून दोपहर 1:00 बजे के आसपास महाराणा प्रताप चौक पहुंचेगी, जहां बिलासपुर के सिख समाज द्वारा इस यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। जिसके बाद यह यात्रा बिलासपुर के मुख्य मार्गो से गुजरेगी। इसकी तैयारियों में हुई बैठक में अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ के अलावा परमजीत सिंह सलूजा, जगमोहन सिंह अरोड़ा ,जोगिंदर सिंह ,सुरजीत सिंह सलूजा, त्रिलोचन सिंह अरोड़ा, अमरजीत सिंह छावड़ा, नरेंद्र सिंह गांधी, गुरदीप सिंह अजमानी, राजेंद्र टुटेजा आदि उपस्थित रहे।