सत्याग्रह डेस्क
बिलासपुर में अब हर तरह के अपराध होने लगे हैं लेकिन पुलिस की नाक में चोरों ने दम कर रखा है। ऐसा एक भी दिन नहीं गुजरता जब शहर या फिर शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में चोरी की कोई घटना ना होती हो। सिलसिलेवार हो रही चोरियों से निपटने में पुलिस भी नाकाम है। चोर पुलिस से कई कदम आगे चल रहे हैं। पुलिस एक या दो घटना का खुलासा कर नहीं पाती, इसी बीच में चोर कई और घटनाओं को अंजाम देकर उन्हें जैसे चिढ़ाने लगते हैं । बिलासपुर में घर को सुना छोड़ना तो अब खतरे से खाली नहीं रह गया है । लगता है चोर गिरोह लगातार कॉलोनियों में सूने घरों की रेकी करते हैं तभी उन्हें हर सूने घर की पूरी जानकारी होती है। यदुनंदन नगर में रहने वाले अमिताभ पांडे 3 जून सोमवार को अपनी पत्नी को वापस लाने रायगढ़ स्थित ससुराल गए हुए थे। इसी बीच उनके घर पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया । पड़ोसियों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अमिताभ पांडे को शनिवार सुबह इसकी जानकारी दी। जिसके बाद भागे भागे अमिताभ पांडे दोपहर घर पहुंचे तो देखा कि उनके घर के सामने के मुख्य द्वार का ताला टूटा हुआ है। वही घर के अंदर रखी अलमारी का लॉकर भी टूटा हुआ पाया गया।
तलाशी लेने पर अमिताभ पांडे को पता चला कि अलमारी में रखे सोने चांदी के जेवरात, जिनकी कीमत करीब 50,000 रुपये बताई जा रही है और नगद 5000 रूपए गायब है । इसके बाद अमिताभ पांडे ने चोरी की सूचना सिटी थाने में दर्ज कराई । हर बार की तरह पुलिस चोरों की पतासाजी करने की बात कह रही है । लेकिन हैरानी इस बात की है कि सुनसान इलाका हो या फिर आसपास पड़ोसी हो, फिर भी चोर, चोरी की वारदात को बेखटके अंजाम दे जाते हैं और किसी को कानों कान इसकी खबर नहीं होती। वैसे भी बिलासपुर में पुलिस गश्त की क्या स्थिति है यह किसी से छुपी हुई नहीं है। यही वजह है कि बिलासपुर शहर चोरों के लिए ऐशगाह बना हुआ है।